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कटनी

सेना में हद पार तो कोर्ट मार्शल, राजनीति में भी तय हो सीमा…

पत्रिका टॉक शो- पत्रिका महाअभियान चेंजमेकर को लेकर लोगों ने रखे विचार

कटनीApr 04, 2018 / 10:15 pm

mukesh tiwari

patrika changemaker talk show

patrika changemaker talk show

कटनी. सेना में जिस तरह से हद तय होती है और उसका उल्लंघन करने पर कोर्ट मार्शल का प्रावधान है। इसी तरह से राजनीति में भी हद तय होनी चाहिए ताकि राजनीति को गंदा करने वालों के अंदर डर रहे। बेबाक रूप से लोगों ने पत्रिका के महाअभियान चेंजमेकर बदलाव के नायक को लेकर पत्रिका कार्यालय आयोजित टॉक शो में अपनी बात रखी। कुुछ ने जहां विवेकशील होकर प्रतिनिधि चुनने की बात कही तो कुछ ने जाति व सम्प्रदाय के नाम पर होने वाली राजनीति से दूर रहकर ऐसे लोगों का साथ देने की बात पर जोर दिया, जो समाज के लिए कुछ कर सकें। शहर के समाजसेवी, युवाओं, धार्मिक संगठन से जुड़े लोगों ने पार्टियों में दस साल तक विराम लगाने की बात भी कही।
इनका कहना था…
हम जिनपर विश्वास कर संसद, विधानसभा तक पहुंचाते हैं, वे विश्वास की जगह विष दे रहे हैं। अपने स्वार्थ के लिए समाजों को आपस में लड़ाया जा रहा है। राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है।
डॉ. ब्रह्म जसूजा, वरिष्ठ चिकित्सक

हर काम की हद तय होनी चाहिए। जैसे सेना में हद तय है, उसी तरह से राजनीति में जब तक सीमा तय कर डर नहीं बनाया जाएगा, तब तक इसी तरह से लोकतंत्र खतरे में रहेगा।
कैलाश पाठक, समाजसेवी

जिनको लोक सेवक अधिकृत किया है, वे ईमान बेच रहे हैं। पब्लिक के साथ धोखा हो रहा है और भाव, संवेदनाएं समाप्त हो गई हैं। हमें इससे सीख लेकर आगे बढऩे की जरूरत है।
प्रफुल्ल सोनी, सदस्य गायत्री परिवार

हम अपने विवेक को खुद जागृत करें। समझदारी बढऩे के साथ ही बैचेनी भी बढ़ती जा रही है। यह दिनों दिन बढ़ेगी और इसे दूर करने हमें खुद चेंजमेकर बनने की जरूरत है।
सत्यनारायण शुक्ला, स्थानीय निवासी

अपने खुद के विवेक का इस्तेमाल जरूरी है। देश हित में सोचेंगे तभी लोकतंत्र मजबूत होगा और बैनर, पोस्टर से हम चेंजमेकर की भूमिका समाज में नहीं निभा सकते हैं।
पं. बिहारी चतुर्वेदी, समाजसेवी

जब तक बराबरी का मापदंड नहीं होगा राजनीति की गंदगी साफ नहीं होगी। सांसद, विधायक को मिलने वाली सुविधाएं वैसी ही होनी चाहिए जैसी आम जनता को मिलती हैं।
आशीष पटेल, सदस्य सत्यसाईं सेवा समिति

हम वोट देकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहते हैं। हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या है कि सब चोर-चोर मौसेरे भाई हैं और ऐसे में हम अपने कर्तव्य का निर्वहन कैसे करें।
विनीत मिश्रा, शिक्षाविद

राजनीति के क्षेत्र में बदलाव की जरूरत है। पत्रिका का चेंजमेकर अभियान आम जनता में जागरुकता का संचार करेगा। ऐसे लोग जो कुछ करना चाहते हैं वे आगे आएंगे।
अर्जुन गुप्ता, स्थानीय निवासी

राजनीति को साफ रखने और लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए चेंजमेकर्स की जरूरत है। पत्रिका ने जो पहल शुरू की है वह प्रशंसनीय है और हम संस्था के साथ हैं।
रवि विश्वकर्मा, स्थानीय निवासी

जब सरकार ने शासकीय कर्मचारियों को पेंशन आगामी समय में देने को बंद करने का मन बनाया है तो यही बात राजनीति में भी लागू होनी चाहिए। मापदंड अलग-अलग क्यों हैं।
अजय वर्मा, व्यापारी

राजनीति में युवाओं को स्थान मिलना चाहिए। वही वर्तमान में सही तरीके से चेंजमेकर्स की भूमिका निभा पाएंगे और इसको ध्यान में रखकर ही लोकतंत्र में आम जन भी सहभागी हों।
प्रशांत गुप्ता, स्टूडेंट

 

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