खासबात यह है कि 12 सौ ज्यादा कर्मचारी वाले डीजल लोको शेड में काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। काम के दौरान रेलवे कर्मचारी कोरोना से सुरक्षित रहें इसके लिए कर्मचारियों के काम का शिफ्ट तीन से पांच व कुछ विभाग में तो 8 तक बढ़ा दिया गया है। शिफ्ट बढ़ाने से कर्मचारियों की संख्या कम हुई तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होने लगा।
डीजल लोको शेड के सीनियर डीएमइ एसके सिंह बताते हैं कि टीआरडी, टीआरओ, मेडिकल इंजीनियरिंग सहित डीजल लोको शेड के सभी सेक्शन में कर्मचारियों का शिफ्ट बढ़ाने के साथ ही काम के दौरान छूने वाली सभी वस्तुओं को सैनिटाइज किया जा रहा है। काम शुरू करने से पहले कर्मचारी हाथ धो रहे हैं। कोशिश रहती है कि देशभर में यहां निकलने वाली डीजल इंजन दौड़े तो चलाने वाले ड्राइवरों को किसी भी तरह से नुकसान नहीं हो।