पिछले नगर पंचायत के चुनाव मे कौशांबी जिले की सभी सात सीटों पर सीटों पर चुनाव हुये थे। अजुहा, मंझनपुर, चायल, करारी, सराय अकिल व सिराथू मे सपा उम्मीदवारों ने सीढ़ी जीत दर्ज किया था। सिर्फ भरवारी नगर पंचायत मे ही भाजपा को जीत नसीब हुई थी। प्रदेश मे भाजपा की सरकार बनने के बाद सराय अकिल नगर अध्यक्ष ने भाजपा का दामन थाम लिया था। सिराथू नगर अध्यक्ष भी भाजपा के कार्यक्रमों मे नजर आते थे लेकिन उन्होने दामन नहीं थामा।
पिछले चुनाव मे मिली सफलता को इस बार भी सपा दोहराना चाहती है। सपा जिलाध्यक्ष खड्ग सिंह पटेल का कहना है की उन्हे इस बार इन्द्र्जीत का सरोज का साथ काफी अधिक फायदा पहुंचाएगी। इन्द्र्जीत के सपा मे शामिल होने से दलितो का भी साथ मिलना तय हो गया है। वह एक बार फिर जिले की सभी छह सीट जीत कर इतिहास बनाएगी। सपा ने जिले की सभी छह सीटों पर अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। सपा के जिलाध्यक्ष भले ही जीत का हुंकार भर रहे है लेकिन उनकी राह इतनी आसान भी नहीं दिखाई दे रही है।
पिछली बार भाजपा इतनी अधिक मजबूत स्थिति मे नहीं दिखाई पड़ी। महज सिराथू मे ही भाजपा विधायक रहे कहसाव प्रसाद मौर्या ने दमखम लगाया था, यह बात और है की उन्हे यहां जीत नहीं नसीब हुई। जिले की तीनों विधानसभा मे भाजपा के विधायक है तो केशव प्रसाद मौर्या प्रदेश के डिप्टी सीएम बन गए हैं| फिलहाल देखना यह है कि केशव के गढ़ मे सपा अपनी जीत का सिलसिला कायम रख पाती है या नहीं।
by SHIVNANDAN SAHU