15 साल बिजली की समस्या नहीं हुई। दो साल में ऐसा क्या हो गया, समस्या आने लगी है। डॉ. सिंह ने कहा कि कई दिन तो 6-6 घंटे बिजली की कटौती हो रही है। नया कनेक्शन दिया नहीं गया है, तो बिजली गई कहां। कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण बिजली संकट पैदा हुआ है। बिजली हाफ के चक्कर में बिजली एक तिहाई हो गई। वहीं उन्होंने खाद को लेकर राज्य सरकार की खिंचाई की। पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य सरकार खाद व्यापारियों को दे रही है। 70 प्रतिशत व्यापारी तो 30 प्रतिशत सोसायटी को दिया जा रहा है। इसलिए खाद के मामले में शार्टेज हो रहा है। व्यापारी ब्लैक में खाद बेच रहे हैं। सिस्टम खराब हो गया है। सरकार चलाना आता नहीं है। हर बात पर दिल्ली की तरफ देखते हैं। किसान हाहाकार कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता।
कवर्धा दौरे पर आए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.सिंह ने धर्मांतरण के मुद्दे पर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण चल रहा है। सरकार उसे प्रश्रय दे रही है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई नहीं होती। प्रदेश में बैगा, अबूझमाडिय़ों का धर्मांतरण हो रहा है। 30 प्रतिशत तक अबूझमाड़ क्षेत्र में धर्मांतरण हो गया है। संरक्षित जातियों का धर्मांतरण कराने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। सरकार धर्मांतरण कराने वालों के समर्थन में है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को कबीरधाम जिला का प्रभारी मंत्री बनाए जाने पर कहा कि वो अपने जिले में कुछ नहीं कर पा रहे हैं। कवर्धा में क्या करेंगे। उनकी कोई सुनता नहीं है। बिना नख व बिना दांत के कोई क्या कर सकता है। वहीं अंबिकापुर के महामाया पहाड़ में आकर बसे रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर कहा कि उनकी जांच की जानी चाहिए। अगर कोई गैर-कानूनी तरीके से आया है, तो उसे प्रदेश क्या देश से बाहर किया जाना चाहिए।