टाई हुआ था मुकाबला
ग्राम पंचायत अकौना में विगत 25 जून को निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न हुई थी जिसमें उमाबाई अहिरवार और मालती प्रजापति को एक समान 246-246 मत मिले थे। 14 जुलाई को खजुराहो के मतगणना स्थल पर पर्ची डालकर सरपंच चुना गया जिसमें मालती प्रजापति को विजय मिली। अब इस प्रक्रिया पर उमाबाई अहिरवार ने सवाल उठाते हुए रिटर्निंग ऑफिसर (तहसीलदार) पर संगीन आरोप लगाए हैं।
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आरोप- बंगले पर मिलने नहीं गई तो हरा दिया चुनाव
महिला सरपंच प्रत्याशी उमाबाई का कहना है कि तहसीलदार विजय कुमार सेन ने 14 तारीख से पहले उसे बंगले पर मिलने के लिए बुलाया था लेकिन वह नहीं गई। जिसके कारण 14 तारीख को उनके द्वारा जानबूझकर रात करीब 12 बजे उनके प्रकरण में सरपंच का निर्वाचन कराया गया। उन्होंने एक पर्ची छोटी तथा एक पर्ची बड़ी बनाई और पर्ची उठाने वाली बच्ची को इशारा करते हुए पर्ची उठवाई। उमाबाई ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन में पुन: मतगणना नहीं कराई गई तो वह तहसील कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेगी।
तहसीलदार ने किया आरोपों से इंकार
वहीं इस मामले पर राजनगर तहसीलदार विजय कुमार सेन से जब बात की गई तो उन्होंने अपने पर लगाए गए आरोपों को गलत बताया उन्होंने कहा कि जो भी आरोप लगाए गए हैं वे पूर्णत: असत्य हैं। पूरी प्रक्रिया प्रत्याशियों और पुलिस के समक्ष शत-प्रतिशत निष्पक्षता के साथ कराई गई, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग है।