खेतों तक पहुंचे कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी
-गेहूं की फसल पर आ रही बीमारी की हुई जांच, बताया इल्ली का प्रकोप-कृषि विभाग ने बताई फसल की स्थिति संतोषजनक, किसान नहीं हुए संतुष्ट-आज जनसुनवाई में खराब फसल लेकर पहुंचेंगे किसान
-गेहूं की फसल पर आ रही बीमारी की हुई जांच, बताया इल्ली का प्रकोप-कृषि विभाग ने बताई फसल की स्थिति संतोषजनक, किसान नहीं हुए संतुष्ट-आज जनसुनवाई में खराब फसल लेकर पहुंचेंगे किसान
खंडवा. पंधाना तहसील के सिंगोट सर्कल में गेहूं की फसल पर बीमारी के चलते किसानों की चिंता बढ़ी हुई है। पत्रिका द्वारा गेहूं की फसल पर मंडरा रही नई प्रकार की बीमारी की खबर के प्रकाशन के बाद सोमवार को कृषि विभाग अधिकारी और कृषि वैज्ञानिकों का दल सिंगोट सर्कल के ग्राम अंबापाट पहुंचा। यहां दल ने खेतों में गेहूं की फसल की जांच की और स्थिति संतोषजनक बताई। हालांकि इस बात से किसान संतुष्ट नजर नहीं आए। मंगलवार को किसान फसल लेकर जनसुनवाई में भी शिकायत करने पहुंचेंगे।
सिंगोट सर्कल के कई गांवों में गेहूं के पौधें जड़ से पीले पड़कर सूखने लगे है। इसकी शिकायत किसानों ने कृषि अधिकारियों से की थी। एक माह से गेहूं की फसल पर मंडरा रही बीमारी के बाद सोमवार को यहां पंधाना कृषि कार्यालय के एसएडीओ उमाशंकर आर्य, एसडीओ लोकेंद्रसिंह मंडलोई, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आशीष बोबड़े, मृदा वैज्ञानिक वायके शुक्ला, कृषि महाविद्यालय के वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ. ऋषिकेश मंडलोई खेतों में पहुंचे। यहां दल ने खेत में पौधे उखाड़कर जांच की। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि गेहूं पर इल्ली का प्रकोप था, जिसका असर चारामार दवा डालने से कम हुआ है। वर्तमान में फसल पर कोई खतरा नहीं है और औसत उत्पादन गेहूं का होगा। दल ने किसानों को गेहूं पर इमामेक्टीन, बेंजोएट सहित अन्य दवा छिड़काव की सलाह दी।
सिर्फ एक गांव में देखी स्थिति
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के सौरभ कुशवाह ने बताया कि फसल पर एक माह से बीमारी लगी हुई है। कई बार शिकायत के बाद अब कृषि अमला और वैज्ञानिक सिर्फ एक गांव में कुछ किसानों की फसल देख आए। सिंगोट सर्कल के अंबापाट, सेमलिया, जामनिया, पिपलौद सहित करीब एक दर्जन से अधिक गांवों में फसल जड़ से पीली पड़कर सूख रही है। सोमवार को दल ने सिर्फ अंबापाट में गोकुल पन्नालाल मालवीय, अजय प्रकाशचंद्र, पवन कैलाश, संदीप रमेशचंद्र, दीपक रमेशचंद्र के खेत ही देखे। कृषि अधिकारी स्थिति संतोषजनक बता रहे हैं, जबकि किसानों के मन में अभी भी भय बना हुआ है।
कोई गंभीर समस्या नहीं
गेहूं पर कोई गंभीर बीमारी नहीं है। इल्ली का प्रकोप लग रहा था, लेकिन वो भी खत्म हो गया है। किसानों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उनकी फसल का उत्पादन अच्छा होगा। किसानों को दवा छिड़काव की सलाह दी गई है।
उमाशंकर आर्य, एसएडीओ कृषि विभाग पंधाना