गया है।
डीएमओ अमित तिवारी ने बताया मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ की ओर से रबी सीजन के लिए जिलेभर की सोयायटी को 4700 टन यूरिया और 2 हजार टन डीएपी भेजी जा चुकी है। जहां से वितरण जारी है। विपणन संघ के पास वर्तमान में 1600 टन यूरिया व 1800 टन डीएपी का स्टॉक है। हिन्डाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड अमानक डीएपी और प्रदीप फास्फेट लिमिटेड का अमानक खाद कहां कितना वितरित किया व कितना स्टाक है। इस संबंध में विभाग के पास अपडेट जानकारी नहीं है।
2019-20 में खरीफ सीजन के लिए 6 माह पहले विभाग ने उर्वरक, बीज और कीटनाशक के सैंपल लिए। इसमें से उर्वरक इंडियन पोटास लिमिटेड, कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड, कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड, इंद्र इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जुआरी एग्रोज केमिकल्स लिमिटेड, एग्रोफस इंडिया लिमिटेड, स्मार्टकेम टेक्नोलॉजिस लिमिटेड, शिव केमिकल इंडस्ट्रीज, खेतान केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड जैसे ब्रांडेड कंपनी के 12 सैंपल फेल हुए। इनमें से 8 सरकारी सोयायटी या गोदाम व 4 खाद-बीज दुकानों के थे।