अतिक्रमणकारियों पर शिकंजा... 27 लाख रुपए की सरकारी जमीन पर कब्जा, चला प्रशासन का पंजा
-पुलिस के पहरे में 1.53 हेक्टेयर पर हुआ अतिक्रमण किया जमींजोद
-61 अतिक्रमणकारियों ने नोटिस जारी कर दिया अतिक्रमण हटाने का समय
-रविवार रात हुए विवाद के बाद प्रशासन आया हरकत में
खंडवा
Updated: March 11, 2022 02:27:57 pm
खंडवा.
प्रशासन ने गुरुवार को ग्राम सिलोदा में अतिक्रमणकारियों के कब्जे से शासन की बेशकीमती जमीन को मुक्त कराया। पंधाना राजस्व अनुभाग के ग्राम सिलोदा में सरकारी जमीन पर लंबे समय से कब्जा किया हुआ था। दो-दो बार नोटिस जारी होने के बाद भी अतिक्रमणकारी टस से मस नहीं हो रहे थे। शासकीय जमीन पर कब्जे को लेकर रविवार को सरपंच परिवार पर हमला भी हुआ था। मामले को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास भी किया जा रहा था। जिसके बाद गुरुवार प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाई की।
ग्राम सिलोदा में करीब 25 एकड़ सरकारी जमीन अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। प्रशासन द्वारा 9 अतिक्रमणकारियों को कब्जा हटाने के लिए दो-दो बार नोटिस तक जारी किए जा चुके थे, लेकिन अतिक्रमणकारी हटने को तैयार नहीं थे। गुरुवार को एसडीएम पंधाना आरती सिंह के नेतृत्व में तहसीलदार नितिन चौहान, डुल्हार आरआइ सर्कल के सभी पटवारी और पदम नगर थाने का पुलिस बल व जेसीबी अमला सिलोदा पहुंचा। यहां एक अतिक्रमणकारी ने तो गोदाम बना रखा था। जबकि चार अतिक्रमणकारियों ने पशु शेड बनाए हुए थे। बाकी ने भी तार फेंसिंग, सीमेंट पोल गाड़कर जमीन पर कब्जा किया हुआ था। करीब चार घंटे चले अभियान के दौरान मशक्कत के बाद 1.53 हेक्टेयर (करीब चार एकड़) जमीन पर से अतिक्रमण हटवाया गया।
20 एकड़ जमीन पर अभी भी कब्जा, दिए नोटिस
ग्राम सिलोदा में चंपानगर और प्राथमिक स्कूल के पास गुरुवार को हटाया गया अतिक्रमण एक चौथाई भी नहीं है। यहां अभी भी करीब 20 एकड़ सरकारी जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। इस सरकारी जमीन पर कईयों ने मकान बना रखे है और कईयों ने फसल लगा रखी है। यहां चंपा नगर और प्राथमिक स्कूल के पास अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के साथ ही 61 अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी जारी किए गए है। जिसमें 21 मकान और 39 फसल वाले व एक अन्य अतिक्रमण है। प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि सात दिवस में खुद अतिक्रणम हटा ले, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
विवाद के बाद लिया प्रशासन ने निर्णय
रविवार रात सिलोदा के चंपानगर में अतिक्रमण हटाने की बात को लेकर विवाद हो गया था। यहां शासकीय जमीन पर अतिक्रमण करने वाले रमेश को पंचायत ने नोटिस जारी किया था। इस जमीन पर शासकीय पानी की टंकी का निर्माण होना है। अतिक्रमण हटाने के नोटिस के बाद रमेश व अन्य परिजनों ने सरपंच रजिया बी के पति व अन्य रिश्तेदारों पर हमला किया था। जिसमें तीन लोग घायल हुए थे। वहीं, सरपंच के परिजनों ने भी दूसरे पक्ष के लोगों से मारपीट की थी। पदम नगर पुलिस ने दोनों पक्षों पर केस दर्ज किया था। दोनों पक्ष अलग-अलग धर्म के होने से मामले को सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश भी की गई थी। पुलिस की तत्परता के चलते मामला शांत हुआ था। इसके बाद प्रशासन ने यहां से अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया था।

पुलिस के पहरे में 1.53 हेक्टेयर पर हुआ अतिक्रमण किया जमींजोद
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