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खंडवा

हाथों में मेहंदी रचाई, दुल्हन की तरह सजाया, अब भक्ति मार्ग पर देंगे विदाई

-जैन साध्वी बनने जा रही मुमुक्षु प्रियंका का आज होगा बहुमान-कुमकुम, मेहंदी लगाकर गाए भावा गीत, सभी की आंखें हुई नम-14 फरवरी को जलगांव में कान मुनि महाराज से लेंगी दीक्षा

खंडवाFeb 10, 2020 / 09:34 pm

मनीष अरोड़ा

हाथों में मेहंदी रचाई, दुल्हन की तरह सजाया, अब भक्ति मार्ग पर देंगे विदाई

-जैन साध्वी बनने जा रही मुमुक्षु प्रियंका का आज होगा बहुमान-कुमकुम, मेहंदी लगाकर गाए भावा गीत, सभी की आंखें हुई नम-14 फरवरी को जलगांव में कान मुनि महाराज से लेंगी दीक्षा

खंडवा. सांसारिक मोह माया त्याग कर जैन साध्वी बनने जा रही सांवलीखेड़ा (खालवा) की मुमुक्षु प्रियंका अनिल भंडारी का मंगलवार को वरघोड़ा निकालकर बहुमान किया जाएगा। सोमवार को दीक्षार्थी प्रियंका के हाथों में मेहंदी सजाई, दुल्हन की तरह सजाकर कुमकुम बिरदथाल संस्कार किया गया। साथ राखी पच्चखाण भी हुआ। रात्रि में भक्ति गीत, भावा गीतों की प्रस्तुति दी गई। भक्ति गीत, वर को नहीं जिनवर को सौंप रहें हैं, किसी को नहीं जगत के नाथ को सौंप रहे हैं, दुनिया कहती है बेटी तो पराई पूंजी हैं, पर हम तो प्रभु की पूंजी प्रभु को सौंप रहे हैं… पर सभी की आंखें नम हो गई। प्रियंका 14 फरवरी को जलगांव में कान मुनि महाराज से दीक्षा ग्रहण कर भक्ति मार्ग पर अग्रसर होंगी।
सांवलीखेड़ा के व्यवसायी अनिल भंडारी की छोटी पुत्री प्रियंका भंडारी मोह-माया एवं सांसारिक सुखों को त्यागकर वैराग्य धारण कर माता-पिता की सहमति से जैन साध्वी की दीक्षा लेने जा रही हैं। सांवलीखेड़ा के संपन्न व्यापारी अनिल भंडारी की दूसरे नंबर की पुत्री प्रियंका (एम कॉम) पोस्ट ग्रेजुएट हैं, 14 फरवरी को महाराष्ट्र के जलगांव में अपना परिवार त्याग कर वसुधैव कुटुंबकम (सारा विश्व ही अपना परिवार) के मार्ग की पथिक बनते हुए जैन साध्वी की दीक्षा लेने जा रही जैन समाज द्वारा प्रियंका भंडारी का वरघोड़ा 11 फरवरी को सांवलीखेड़ा से खालवा तक निकाला जाएगा। इस दौरान खालवा एवं सांवलीखेड़ा में जैन समाज, व्यापारी संघ सहित अन्य समाजजनों द्वारा स्वागत किया जाएगा। मंगलवार को वरघोड़ा के बाद मंगलाचरण, गौतम प्रसादी और रात्रि में भक्ति संध्या, भावा गीत का भी आयोजन किया जाएगा।
जलगांव में कान मुनी महाराज देंगे दीक्षा
मुझको तारो तारणहार नैया डूबी है पतवार.. स्तवन सुनकर प्रियंका के ह्रदय में वैराग्य के अंकुर प्रस्फुटित होने लगे, धीरे-धीरे सांसारिक सुखों से विरक्ति होने लगी। जिसके बाद उन्होंने दीक्षा लेकर भक्ति मार्ग पर चलने का निर्णय लिया। 14 फरवरी को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक रतनलाल सी बाफना स्थानक भवन जलगांव में कान मुनि महाराज द्वारा दीक्षा विधि संपन्न कराई जाएगी। साथ ही यहां प्रवचन भी होंगे। इसके बाद नवकारसी व गौतम प्रसादी का आयोजन होगा। 12 फरवरी बुधवार को परिवार जलगांव के लिए रवाना हो जाएगा।
्र18 साल पहले खालवा के भंडारी परिवार ने ली थी दीक्षा
खालवा क्षेत्र में जैन साध्वी बनने का यह पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व वर्ष 2001 में खालवा के भंडारी परिवार के सभी पांच सदस्यों ने दीक्षा लेकर भक्ति मार्ग का अपनाया था। 2001 में खरगोन जिले के बड़वाह में हुए आयोजन में खालवा के प्रेम भंडारी दीक्षा लेकर प्रेममुनि महाराज बने थे। उनके साथ पत्नी प्रभाकंवर मसा, पुत्र प्रशांत मुनि महाराज, निशांत मुनि महाराज और पुत्री प्रेरणाकंवर मसा के रूप में दीक्षा लेकर जैन धर्म की आभा फैला रहे हैं।
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