बताया जा रहा है कि वे नगर निगम की झंडे की दुकान पर पहुंचे थे. उनके साथ प्रदेश की कैबिनेट मंत्री और जिले की प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर भी थीं. सांसद और राज्य की केबिनेट मंत्री के साथ अन्य पार्टी कार्यकर्ता भी थे. इस दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और मंत्री तिरंगा झंडा हाथ में लेकर फ़ोटो खिंचवाने लगे. फोटो सेशन के दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को इस बात का जरा भी भान नहीं रहा कि उन्होंने झंडा उल्टा पकड़ रखा है. उन्होंने जो झंडा पकड़ा उसमें केसरिया रंग नीचे नजर आ रहा है. वे पूरे समय उल्टा झंडा लेकर ही खड़े रहे. इस तरह से वे राष्ट्रध्वज का सरे बाजार अपमान करते हुए नजर आए. सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद शहर में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई.
कांग्रेस के नेता इसे मुद्दा बनाने में जुट गए हैं. सांसद पाटिल पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान का आरोप लगाया जा रहा है वहीं सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल अब इस मामले में सफाई दे रहे हैं. सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा है कि मुझे बिल्कुल नहीं मालूम था कि झंडा सीधा था या उल्टा. इसका मुझे ध्यान नहीं रहा. उन्होंने कहा कि मीडिया में कुछ लोगों ने फोटो वायरल कर दिया होगा लेकिन आगे से इस बात का ध्यान रखूंगा कि झंडा बिल्कुल सही पकड़ूं.