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खंडवा

महू-सनावद ट्रेन जल्द होगी बंद

84.6 किमी लंबे रेलमार्ग पर बड़ी लाइन बिछाने के लिए रेलवे ने युद्धस्तर पर तैयारियां

खंडवाFeb 04, 2019 / 12:52 am

राहुल गंगवार

Mhow-Savnad train

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खंडवा. महू-सनावद के बीच 84.6 किमी लंबे रेलमार्ग पर बड़ी लाइन बिछाने के लिए रेलवे ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। खरगोन कलेक्टर द्वारा भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी की है। जिसके बाद भूमि मालिकों को नोटिस भी जारी कर दिए हैं। गेज परिवर्तन प्रोजेक्ट के तहत बड़वाह तहसील में 5.463 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाना है। इसको लेकर प्रक्रिया शुरू की गई है।
रेल अफसरों की मानें तो महू-सनावद के बीच मीटरगेज लाइन जल्द बंद करने की तैयारी है। एक माह में रेलवे ट्रैक बंद करने की तारीख घोषित कर सकती है। वहीं डायवर्ट ट्रैक रूट पर निर्माण कार्य भी शुरू करा दिए गए हैं। अफसरों के अनुसार रेल बजट में गेज परिवर्तन के लिए राशि स्वीकृत होने के बाद निर्माण कार्य में गति आएगी।

बड़वाह में 0.481 हेक्टेयर भूमि
ब्राडगेज लाइन का निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई है। शासन द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक बड़वाह तहसील में अर्जित की जाने वाली भूमि का क्षेत्रफल (हे.मे.) कुल 5.463 हेक्टेयर है। इसमें बड़वाह तहसील के ग्राम कुरावद में 1.481, बड़वाह में 0.470, सिरलाय में 0.162, लोहारपुरा 1.082, मनिहार में 0.434, खेड़ी 0.823 और बलवाड़ा में 1.011 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी।

सुरंग का निर्माण हुआ शुरू
महू-सनावद के बीच सबसे बड़ी सुरंग करीब 11 किमी की बनाई जा रही है। सुरंग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। पातालपानी से चोरल के बीच 4.2 किमी की सुरंग बनेगी। वहीं मुख्त्यारा बलवाड़ा की ओर 1.6 किमी और सबसे छोटी सुरंग 80 मीटर की होगी। इस पूरे मार्ग पर 8 वाया डक्ट भी बनेंगे जो 2.6 किमी के होंगे। गेज परिवर्तन को देखते हुए रेलवे ने पुल व पुलिया के निर्माण की भी प्रक्रिया शुरू की है।

चट्टानों की होंगी जांच, वाइब्रेशन का रखेंगे ध्यान
सुरंग निर्माण कार्य के दौरान रेलवे को ध्यान रखना होगा कि जिस चट्टान को काटा जा रहा है। वह कितनी मजबूत है। जिसके लिए चट्टानों की कई प्रकार से जांच कराई जाएगी। चट्टान कमजोर होने पर वहां सीमेंट व पत्थरों की लेयर तैयार कर उक्त चट्टान को मजबूत किया जाएगा। टनल से गाड़ी निकलते समय वाइब्रेशन के कारण चट्टान खिसक न जाए, ध्यान रखा जाएगा। सुरंग निर्माण के कारण ही इस प्रोजेक्ट में अतिरिक्त खर्चा आ रहा है।
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