खालवा तहसील में भगवान सिंह वर्मा सहायक ग्रेड-3 को नायब नाजिर का चार्ज सौंपा गया है। नायब नाजिर ने वित्तीय वर्ष 2019-20 और 21 के बीच शासन से किसानों की सहायता राशि के लिए प्राकृतिक आपदा मद से शासन स्तर पर राशि जारी की गई। वितरण के दौरान नायब नाजिर ने पीड़ितों की जगह दस्तावेज में हेराफेरी कर अपना और अपने भाई के बैंक खाता नंबर का उपयोग कर लिया। महालेखाकार ग्वालियर के लेखा परीक्षकों के प्रारंभिक जांच में नायब नाजिर और उसके भाई के खाते में 11.61 लाख रुपए से अधिक की राशि का भुगतान पाया गया। प्राकृतिक आपदा के साथ अन्य मद में खर्च राशि की जांच जारी है। आडिट टीम की रिपोर्ट के बाद तहसीलदार के जांच प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने नायब नाजिर को निलंबित कर एसडीएम कार्यालय हरसूद अटैच कर जांच बैठा दी है।
ऐसे हुआ खुलासा
महालेखाकार ग्वालियर की टीम ने खालवा तहसील में वित्तीय वर्ष 2019-20 और 21 का आडिट किया। जांच के दौरान भगवान सिंह वर्मा सहायक ग्रेड-3 ने चार बैंक खातों में ई -पेमेंट के जरिए चार अलग-अलग लाभार्थियों के नाम के दस्तावेज नहीं मिले। जांच में फर्जी नाम का उपयोग मिला। खाता नंबर की जांच की गई तो पता चला कि नायब नाजिर भगवान सिंह वर्मा के खाते में 4 लाख 89 हजार 400 रुपए डाले गए हैं। इसी तरह एक अन्य खाते की जांच में नाजिर के भाई नरेन्द्र सिंह के खाते में 6 लाख 72 हजार 619 रुपए डाले गए थे। दोनों को मिलाकर 11 लाख 61 हजार 619 रुपए की गड़बड़ी मिली। इसी तरह अभी भी अन्य भुगतान के लिए खाते की जांच जारी है।
वसूली के साथ विभागीय जांच जारी भगवान सिंह वर्मा सहायक ग्रेट-03 के पद पर पदस्थ हैं। नायब नाजिर शाखा का प्रभार है। प्राकृतिक आपदा के दौरान किसानों को दी जाने वाली राहत राशि में हेराफेरी कर 11 लाख 61 हजार 619 रुपए का फर्जी तरीके से स्वयं व भाई के खातों में डाल कर आहरित कर लिए। जांच में दोषी पाए जाने पाए कलेक्टर ने निलंबित कर दिया है। मामले में वसूली के साथ विभागीय जांच जारी है।
राजेश कोचले ,तहसीलदार, खालवा