डीइओ ने स्कूल भवन का निरीक्षण करने के बाद छुट्टी के दिन ही कुछ बच्चों को बुलाकर शैक्षणिक गुणवत्ता खंगाली तो बच्चे भी मापदंड पर खरे उतरे। स्कूल की फर्श ऐसी कि प्रवेश करते ही लगता है कि स्कूल नहीं कोई ड्राइंग रूम है। यह सब वहां पर पदस्थ शिक्षको की इच्छाशक्ति से हुआ। इससे पहले डीइओ ने डेहरिया ग्राम में स्कूल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाएं देखीं। यहां किचन गार्डन हरा-भरा है। शैक्षणिक गुणवत्ता और बेहतर करने के साथ भविष्य में इसी तरह के साफ-सफाई की व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
डेहरिया के एकीकृत माध्यमिक स्कूल एवं जन शिक्षा केंद्र मुरलीधर सोलंकी और साययल टांटा के प्रधान पाठक शेरू खान ने डीइओ को बताया कि स्कूल में शिक्षक शैक्षणिक गतिविधियों और बच्चे अनुशासन में रहकर साफ-सफाई और के साथ ही किचन गार्डन की सिंचाई और देख रेख स्वयं करते हैं। स्कूल का माहौल बहुत ही खुशनुमा रहता है।