प्रोजेक्ट के लिए आवेदन का प्रारूप तय नहीं कर सका निगम निगम का गणेशतलाई में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट अटका हुआ है। 10 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को रेरा की स्वीकृति जुलाई के पहले पखवाड़े में मिल गई लेकिन 54 एलआइजी मकान बनाने या इस संबंध में प्रक्रिया को तेज करने पर ध्यान नहीं दिया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निगम शहर के गणेशतलाई क्षेत्र में एलआइजी मकानों की कॉलोनी विकसित कर रहा है, लेकिन यहां मॉडल बतौर एक मकान बनाने के बाद आगे की प्रक्रिया ठप हो गई। जिसकी सबसे बड़ी वजह रेरा से स्वीकृति नहीं मिल पाना रहा। अभी 53 मकान बनाने हैं। निगम ने प्रत्येक की 18.50 लाख रुपए अनुमानित कीमत तय की है। शहर की अन्य प्राइवेट कालोनियों की तुलना में ये मकान बेहद सस्ते हैं।
492 के लिए बैंक से हरी झंडी
निगम ने हालांकि चीराखदान में प्रधानमंत्री आवास योजना के एएचपी घटक के तहत बनी मल्टी के 492 मकान के लिए बैंक में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इसमें बैंक से हरी झंडी मिली है। निगम के सीए सुमित जैन ने बताया कि यहां अब एडवांस बुकिंग कराने वाले पात्र हितग्राही ऋण लेने की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
प्रक्रियाओं में कर रहे लेतलाली
रेरा की अनुमति मिलने के बाद भी निगम प्रोजेक्ट में ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया को लेकर आगे नहीं बढ़ पाया है। जबकि इसका प्रचार-प्रसार भी नहीं कर पा रहा है। यहां सडक़, बिजली सहित अधोसंरचनात्मक विकास कार्यों की फाइल भी अटकी है। पीएमएवाय के ईई अंतरसिंह तंवर ने कहा- प्रक्रिया चल रही है।