मेले में दंत चिकित्सा के 39, नाक कान गला के 110, टेलीमेडिसिन के 38, ओरल कैंसर के 2, एन्यूरोलॉजी के 36, यूरोलॉजी के 4, पालमनोलॉजी के 3 मरीज पहुंचे। इसके अलावा जिन मरीजों को रेफर किया उसमें बाल ह्रदय रोग के 27, कंकलियार इम्प्लांट श्रवण के 9, क्लब्फुट के 5, हड्डी रोग के 4, स्त्री रोग के 1, यूरोलॉजी के 4, न्यूरोलॉजी के 2 , ह्रदय रोग के 10, और एक मानसिक रोगी शमिल है।
मेले में आए ग्राम रमथान निवासी छोगालाल अपने 20 वर्षीय बेटे हेमराज को को पीठ पर लाद कर पहुंचा। छोगालाल ने बताया यह पांच साल तक चलता था। इसके बाद अचानक पैरों ने काम करना बंद कर दिया। डॉक्टर ऑपरेशन का कहते हैं। इसके लिए रुपए नहीं। हेमराज का इलाज को इसके लिए वह मेले में आया।