अलग-अलग श्रेणी में दिए पुरस्कार
गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता में जिले के अन्य पशुपालकों को भी पुरस्कृत किया गया। जिनकी गाय एवं भैंस ने अधिक उत्पादन किया। द्वितीय पुरस्कार ग्राम अंदड़ की कंकरेज गाय ने 14.768 लीटर और खरगोन की निमाड़ी गाय ने 14.102 लीटर प्रतिदीन दूध देकर तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनके मालिक क्रमश: भोलेनाथ पन्नालाल बिरला और विनोद बाबूलाल पाल को 25 और 15 हजार रुपए का पुरस्कार का प्रदान किया गया। योजनांतर्गत अधिक दूध उत्पादिक करने वाली भारतीय नस्लों की भैंसों को भी शामिल किया जाता है। भैंस वर्ग में दसनावल की जाफरावादी भैंस ने 19.567 और खारदा की भैंस ने 18.641 लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादित कर द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनके मालिकों क्रमश: सावन जगदीश और बबलू संतोष को 25 एवं 15 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रतियोगिता में शामिल हुए सभी पशुपालकों को 5-5 हजार रुपए की राशि व प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता में जिले के अन्य पशुपालकों को भी पुरस्कृत किया गया। जिनकी गाय एवं भैंस ने अधिक उत्पादन किया। द्वितीय पुरस्कार ग्राम अंदड़ की कंकरेज गाय ने 14.768 लीटर और खरगोन की निमाड़ी गाय ने 14.102 लीटर प्रतिदीन दूध देकर तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनके मालिक क्रमश: भोलेनाथ पन्नालाल बिरला और विनोद बाबूलाल पाल को 25 और 15 हजार रुपए का पुरस्कार का प्रदान किया गया। योजनांतर्गत अधिक दूध उत्पादिक करने वाली भारतीय नस्लों की भैंसों को भी शामिल किया जाता है। भैंस वर्ग में दसनावल की जाफरावादी भैंस ने 19.567 और खारदा की भैंस ने 18.641 लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादित कर द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनके मालिकों क्रमश: सावन जगदीश और बबलू संतोष को 25 एवं 15 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रतियोगिता में शामिल हुए सभी पशुपालकों को 5-5 हजार रुपए की राशि व प्रमाण पत्र वितरित किए गए।