देवली की किराडिया फाल्या की प्राथमिक स्कूल में डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान के पहुंचने पर शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। अंचल में सरकारी स्कूलों में शिक्षक कैसे मनमर्जी चला रहे हैं। डिप्टी कलेक्टर चौहान प्राथमिक विद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि स्कूल में शिक्षक के तौर पर नियुक्ति रामेश्वर रावत की है, लेकिन उनके स्थान पर दयालसिंह किराड़े बच्चों को पढ़ा रहा है। डिप्टी कलेक्टर ने संदेह के आधार पर दयालसिंह से पूछताछ की। इसमें पता चला कि वह आठवीं फेल है, लेकिन रावत ने उसे इस काम के लिए हर माह चार हजार रुपए पगार पर रखा है। इस बात की पुष्टि के लिए तहसीलदार ने ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया यहां शिक्षक रामेश्वर रावत कई दिनों से स्कूल नहीं आएं।
डिप्टी कलेक्टर चौहान ने बताया प्राथमिक स्कूल में रामेश्वर रावत और झबरसिंह चौहान की नियुक्ति की गई है। मौके से दोनों ही गायब थे। जब रजिस्टर देखा, तो रजिस्टर में भी पिछले 5 दिनों से हस्ताक्षर नहीं मिले।