सरकारी कर्मियों के इतनी भारी संख्या में अनुपस्थित रहने से चुनाव आयोग व जिला प्रशासन में काफी रोष देखने को मिला है। उन्होंने अनुपस्थित कर्मचारियों के इसके लिए कारण बताओ नोटिस भेजा है। आयोग की ओर से बताया गया है कि अनुपस्थित कर्मचारियों से संतोषप्रद जवाब न मिलने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षण के लिए जिले में 41 हजार सरकारी कर्मचारियों को बुलाया गया था जिसमें अनुपस्थिति की संख्या 2,400 दर्ज की गई। गौरतलब है कि चुनाव के पूर्व से ही चुनाव आयोग की ओर से पोलिंग बूथों पर तैनात रहने वाले विभिन्न सरकारी कार्यक्षेत्रों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण 3 दफाओं में दिया जाता है।