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कोलकाता

जयश्री राम के बाद डॉक्टरों के मसले पर मुश्किल में ममता

केन्द्र बढ़ा रहा दबाव, हिंसा और हड़ताल पर मांगी रिपोर्ट

कोलकाताJun 15, 2019 / 09:41 pm

Rabindra Rai

kolkata

जयश्री राम के बाद डॉक्टरों के मसले पर मुश्किल में ममता

कोलकाता.
जय श्री राम के नारे के बाद उठा सियासी बवाल अभी पूरी तरह थमा नहीं कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्टरों की हड़ताल के मसले पर मुश्किलों में घिर गई है। जूनियर डॉक्टर अपनी जिद पर अड़ गए हैं, वे चाहते हैं कि ममता खुद उनके पास आएं तब वे बात करेंगे, दूसरी तरफ ममता चाहती हैं कि डॉक्टर उनके पास बातचीत के लिए आएं। ऐसे में मामला फंसता नजर आ रहा है। राज्य सरकार और डॉक्टरों के बीच गतिरोध में मरीज ***** रहे हैं। केन्द्र समेत चौतरफा दबाव में ममता बनर्जी ने हड़ताल पर गए डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि अस्पताल में मरीजों की हालत खराब है। मैं डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करती हूं। हजारों मरीज इलाज का इंतजार कर रहे हैं। हम उनकी सभी मांगें स्वीकार करते हैं। मैंने अपने मंत्रियों और मुख्य सचिव को डॉक्टरों से मिलने के लिए भेजा था। डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए करीब ५ घंटे तक इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आए। दूसरी तरफ केंद्र ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा और वहां चल रही डॉक्टरों की हड़ताल पर राज्य सरकार से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी है। इस बीच पूर्व रेल राज्य मंत्री तथा बहरमपुर के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पिछले ५ दिनों से डॉक्टरों की हड़ताल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जिद, तानाशाही और दादागिरी का परिणाम है। डॉक्टरों की हड़ताल का असर देशभर में पड़ा है। लाखों की संख्या में मरीज इलाज से वंचित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी जिद और तानाशाही रवैए के चलते राज्य की चिकित्सा व्यवस्था को हाशिये पर ला दिया है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि हड़ताली डाक्टरों के साथ सद्भावपूर्ण माहौल में चर्चा करने, उन्हें उनकी मांगों के प्रति भरोसा दिलाने के बजाय मुख्यमंत्री डाक्टरों के साथ रंगदार जैसा आचरण कर रही हैं। मुख्यमंत्री तमाम डाक्टरों को अपने समक्ष सरेंडर करवाना चाह रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अस्पतालों में मरीजों की स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है, पर सीएम बनर्जी इस मुद्दे को उलझा रही हैं। अधीर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के अहंकार के चलते चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सीएम एक जनप्रतिनिधि हैं, उन्हें जनता की भावनाओं के खिलाफ नहीं जाना चाहिए। कांग्रेस सांसद ने कहा कि ममता सीएम की कुर्सी को कलंकित कर रही हैं। कारण हड़ताली डाक्टरों के प्रति उनके रवैये की देशव्यापी निन्दा हो रही है। अधीर ने राज्य में अस्पतालों के गतिरोध को शीघ्र समाप्त करने की दिशा में सीएम ममता बनर्जी को सकारात्मक पहल करने की मांग की।
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