—— जोड़ासांको राजस्थान के मारवाडिय़ों की बहुलता वाली सीट बंगाली भाषा-भाषियों के बीच कोलकाता स्थित जोड़ासांको राजस्थान के मारवाडिय़ों की बहुलता वाली सीट है। मारवाड़ी लोग ही अब तक यह तय करते आए हैं कि इस सीट पर बाजी किसके हाथ लगेगी। इस बार के विधानसभा चुनाव में विवेक गुप्ता इस सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। वे टीएमसी के राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं और पहली बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा की मीना देवी पुरोहित से है। मीना 4 बार पार्षद और डिप्टी मेयर भी रही हैं। दोनों उम्मीदवारों की मारवाड़ी समुदाय पर अच्छी पकड़ है, जो उनकी ताकत मानी जाती है। अब देखना है कि किसका पलड़ा भारी होता है।आजादी के समय से एक-दो मौकों को छोडक़र यहां कांग्रेस का कब्जा रहा लेकिन ममता बनर्जी के आने के बाद तृणमूल कांग्रेस का कब्जा बना हुआ है। भाजपा इस सीट पर अब तक कमजोर ही रही है। बंगाल भाजपा के दिग्गज नेता राहुल सिन्हा यहां से लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं, लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। उनके जैसे बड़े चेहरे की बजाय भाजपा ने इस बार मीना देवी पुरोहित को अपना उम्मीदवार बनाया है।जोड़ासांको सीट कांग्रेस का गढ़ रही है और मारवाड़ी विधायकों ने ही लंबे समय तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है। 1957 से 1996 तक एक मौके (1952) को छोड़ कर कांग्रेस के मारवाड़ी उम्मीदवार भारी मतों से विजयी होते रहे। इस सीट के चुनावी इतिहास में कांग्रेस के मारवाड़ी नेता देवकी नंदन पोद्दार सबसे लोकप्रिय नेता रहे और वह 4 बार विधायक चुने गए। 2001 में तृणमूल ने इस सीट पर कब्जा जमाया जो आज तक बरकरार है।