महानगर में रहने वाले महाराष्ट्र के लोग 18 मार्च को गुड़ी पड़वा के साथ ही नववर्ष मनाऐंगे। बड़ी संख्या में महाराष्ट्र के लोग कोलकाता ही नहीं पूरे राज्य में फैले हुए हैं। वे परम्परागत तरीके से गुड़ी पड़वा मनाएंगे। जिसमें पूरणपोई के साथ ही रंगोली, सजावट व नए कपड़े पहने के साथ नववर्ष की बधाई का दौर चलेगा। बहुत से आवासन में सामूहिक रूप से इस त्योहार को लोग सबके साथ मिलकर मनाएंगे। बड़ी संख्या में अन्य भाषा-भाषी लोग शामिल होंगे।
19 को चैती चांद
सिंधी समुदाय के लोग भगवान झुलेलाल के जन्मोत्सव के साथ ही सिंधी नव वर्ष मनाएंगे। इसके लिए महानगर की सिंधी पंचायत की ओर से 18 मार्च को रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया है। जिसमें महानगर ही नहीं आस-पास में रहने वाले सिंधी समुदाय के लोग अपना नव वर्ष को खुशी के साथ मनाते दिखाई पड़ेंगे।
चैती छठ 21 से
25 को राम नवमी
राम जन्मोत्सव 25 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसदिन आराध्य राम की उपासना, पूजन और रामकथा के पाठ पूरे महानगर के मंदिरों व घरों में गूंजेंगे। संगठनों व सामाजिक संस्थाओं की ओर से पूरे नौ दिनों तक राम कथा का आयोजन किया जा रहा है।
18 गुड़ी पड़वा 19 चैती चांद (सिंधी नववर्ष) 21 से चैती छठ
25 मार्च को रामनवमी