वायु सेना से अवकाश लेने के बाद 2007 से सियालदह कार्गो एंड वेगेन सेफ्टी टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत है। ऐसे में रोजाना ही उनको बनगांव से सियालदह या फिर कभी रानाघाट से सियालदह जाना-आना पड़ता है। वे लगातार 12 साल से प्लेटफार्म पर पड़े आधारकार्ड, पेनकार्ड, वोटर कार्ड, जन्म रजिस्टेशन सर्टिफिकेट आदि गिरे देखने पर उसको उठा लेते थे। घर लाकर उन दस्तावेजों में दिए गए पते पर उनको पोस्ट कर देते थे। उनका कहना है कि मैं समझ सकता हूं कि महत्वपूर्ण दस्तावेज खो जाने पर क्या हालत होती है। कई बार किसी विद्यार्थी के रिजल्ट या एडमिट कार्ड भी गिरे मिलते हैं। उनकी चीजें जितनी जल्दी हो सके पहुंचाने की कोशिश करता हूं। पहले पहल उनको गंदगी से उन महत्वपूर्ण कागजों को उठाना पड़ता था, पर अब स्थिति बदल चुकी है। क्योंकि प्लेटफार्म में सफाई करने वालों को इसकी जानकारी है। ऐसे में जब भी कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज उनको पड़ा मिलता है तो वे लोग संभाल कर रख लेते हैं जैसे ही मजूमदार को देखते हैं उनको दस्तावेज सौंप देते हंै। बनगांव के पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी मृत्युंजय चक्रवर्ती ने बताया कि मजूमदार लगातार 12 साल से हमारे पोस्ट ऑफिस से वे सारे दस्तावेज पोस्ट करते हैं। कभी-कभी इनकी संख्या काफी अधिक होती है। हम सबके मन में बहुत श्रद्धा है जो कि चुपचाप वह ऐसा कार्य करते आ रहे हैं।