सैकड़ो महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो गया और पुलिस रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। बंगाल में वर्तमान में कानून व्यवस्था बिगड़ी स्थिति के हिसाब से राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि डेढ़ महीने पहले जो पार्टी 213 सीटें जीत कर सरकार बनाई हो वहां राष्ट्रपति शासन लगाना प्रथमदृष्टया उचित नहीं लगता लेकिन राज्य के हालात राष्ट्रपति शासन जैसे ही है।
उन्होंने इंदौर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कार्यकर्ताओं की बदौलत बंगाल विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 25 गुना ज्यादा सीटें जीती है, जो देश में इतिहास है। बंगाल विधानसभा में तृणमूल और भाजपा ही है। माकपा व कांग्रेस की एक भी सीट नहीं है।
हिंसा कम पर बंद नहीं: दिलीप
कोलकाता. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने गुरुवार को कहा कि राज्य में नई सरकार बनने के बाद हिंसा कम हुई है, लेकिन बंद नहीं हुई है। विधानसभा चुनाव के बाद 80 हजार से अधिक लोग हिंसा के भय से घर छोड़कर भागे हुए थे। कुछ जगहों पर पुलिस उनकी घर वापसी में मदद कर रही है।
भाजपा नेता और कार्यकर्ता उन्हें वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यह सब कोर्ट के निर्देश देने के बाद हुआ है। अभी भी हजारों लेाग बेघर हैं। वहीं राज्यपाल दिलीप धनखड़ के दिल्ली दौरे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नाराजगी पर घोष ने कहा कि राज्यपाल तृणमूल कांग्रेस के गले की हड्डी बन गए हैं।
क्या वे कहीं नहीं जा सकते हैं। दरअसल उनको देखते ही तृणमूल कांग्रेस के लोगों आतंकित हो जाते हैं।