scriptमामा ने किया भांजे का अपहरण, मांगी 30 लाख की फिरौती | Maternal uncle did kidnapping nephew, seeks Rs 30 lakh ransom | Patrika News
कोलकाता

मामा ने किया भांजे का अपहरण, मांगी 30 लाख की फिरौती

 
-झाझा से हुआ गिरफ्तार
-भांजे को घूमाने के बहाने ले गया था बाहर
-अपने एक साथी के साथ मिलकर रचा था अपहरण का षडयंत्र-पटना से किशोर बरामद

कोलकाताApr 21, 2019 / 11:04 pm

Rakesh Mishra

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मामा ने किया भांजे का अपहरण, मांगी 30 लाख की फिरौती

मामा ने किया भांजे का अपहरण, मांगी 30 लाख की फिरौती

-झाझा से हुआ गिरफ्तार
-भांजे को घूमाने के बहाने ले गया था बाहर

-अपने एक साथी के साथ मिलकर रचा था अपहरण का षडयंत्र
-पटना से किशोर बरामद

कोलकाता

भांजे का अपहरण कर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगने के आरोप में पुलिस ने मामा समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। भांजे को घूमाने के बहाने से मामा उसे बाहर लेकर गया था और उसका अपहरण कर लिया था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम मनीष कुमार चौरसिया और सुमीत कुमार दुबे है। इन लोगों को झाझा (बिहार) से गिरफ्तार किया गया। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार सुबह को किशोर को पटना से बरामद कर लिया।
यह घटना जोड़ासांको थाना इलाके की है। 131 नंबर सीआर एवेन्यू के निवासी आयुष कुमार (15) अपनेमामा के साथ पिछले रविवार को घुमने के लिए अपने घर से बाहर निकला था। लेकिन देर शाम तक वह घर नहीं लौटा। तब उसके मां-पिता बेचैन हो गए। इस दौरान आयुष के मामा मनीष से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उसका मोबाइल बंद था। किसी अनहोनी की आशंका से आयुष के पिता ने जोड़ासांको थाने में बेटे की गुमसुदगी की शिकायत दर्ज कराई। किशोर के लापता होने के चार दिन बाद बिहार के एक नम्बर से घर पर फोन आया। फोन करने वाले शख्स ने बेटे की सलामती की धमकी देते हुए 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती की मांग से किशोर के परिजन दहशत में आ गए। किशोर के पिता ने 30 लाख रुपए देने में असर्मथता जताई। इसके बाद अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम कम करते हुए उसके पिता को 15 लाख रुपए लेकर झाझा (बिहार) आने को कहा।
आतंकित परिवार ने इस पूरी घटना की जानकारी जोड़ासांको थाने को दी। कोलकाता पुलिस के डीडी विभाग के इंस्पेक्टर सुब्रत पाल के नेतृत्व में जोड़ासांको थाने की एक टीम फिरौती की रकम के साथ किशोर के माता-पिता कोलेकर झाझा रवाना हुई। पुलिस की टीम कोलकाता से आसनसोल पहुंचने के बाद वहां से ट्रेन बदलकर झाझा के लिए रवाना हुई। अपहरणकत्र्ता के मुताबिक झाझा स्टेशन से बाहर निकल कर एक सुनसान जगह पर उनको जाना था। पुलिस ने उसी हिसाब से योजना बनाई। झाझा पहुंच कर वे बताए गए इलाके में पहुंचे। अपहरणकत्र्ता के मुताबिक बैग रख कर उन्हें कुछ दूरी पर जाकर अपने बेटे का इंतजार करना था। पुलिस वाले कुछ दूरी पर झाड़ी के पीछे छिपकर घात में लगे थे। करीब १ घंटे बाद बच्चे का मामा अपने एक सहयोगी के साथ वहां पहुंचा और बैग लेकर पास के जंगल में चला गया। पुलिस इस मौके की तलाश में थी। पुलिस ने छापेमारी कर इन दोनों को वहीं से पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि किशोर को पटना में रखा गया है। पुलिस ने पटना से किशोर को सही सलामत बरामद कर लिया है। आरोपी ने बताया कि उसके जीजा परिवहन संस्था से जुड़ कर अच्छी कमाई कर रहे थे। उसे पैसे की जरूरत थी। इसीलिए उसने भांजे के अपहरण की साजिश रची थी।
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