मोदी ने कहा कि राज्य की जनता ने दीदी की योजना को फेल कर दिया। बंगाल के लोग समझदार व दूरदर्शी हैं। दीदी ने अपनी पार्टी की कप्तानी अपने भाईपो (भतीजे) को देने की पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन जनता ने दीदी के इस खेल को समय रहते समझ लिया ़इसलिए उनका सारा खेला धरा का धरा रह गया। साथ ही जनता ने दीदी के सारी टीम को मैदान से बाहर जाने को कह दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता दीदी को मालूम है कि बंगाल से एक बार कांग्रेस गई तो फिर कभी वापस नहीं आई। कम्युनिस्ट भी गए तो वापस नहीं आए। अब दीदी इस बार गईं तो फिर कभी वापसी नहीं होगी।
बर्दवान में प्रचार करने आए मोदी ने कहा कि धान का कटोरा कहे जाने वाले इस बर्दवान के लोग विकास के लिए तरस गए। सिंचाई, स्टोरेज की सुविधा नहीं है, न ही फसल की उचित कीमत मिल रही है।
सिर्फ दीदी का सिंडिकेट खेते के फसलों से कमा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दीदी और उनके करीबियों ने गरीब तक पहुंचने वाला हर लाभ लूट लिया। तृणमूल सरकार ने प्रशासन का इस्तेमान विकास में रोड़ा अटकाने, पुलिस के राजनीतिक इस्तेमाल करने में, तोलाबाजों, सिंडिकेट सेवा में लगाया है। घर बनवाने से लेकर जन्मदिन मनाने तक कटमनी की परंपरा शुरू की। भाजपा की सरकार बनने पर बंगाल इससे मुक्त होगा। सरकार से मिलने वाले अनुदान के सारे पैसा सीधे लोगों के खाते में पहुंचेंगे। विकास कार्यों में तेजी आएगी।
वहीं नदिया क्षेत्र के मतुआ सम्प्रदाय के मतदाताओं को साधने की कोशिश करते हुए कहा कि मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने दलित वर्ग के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। मतुआ समप्रदाय के लोगों के लिए हर सुविधा सुनिश्चित की जाएगी, क्योंकि उन्हें न्याय दिलाना भाजपा की भावनात्मक प्रतिबद्धता रही है।
मोदी ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने राजनीतिक हितों और अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए भ्रष्टाचार और हिंसा का सहारा लिया। प्रधानमंत्री ने अपने बांग्लादेश के दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान उन्हें मतुआ संप्रदाय के गुरु हरिचंद ठाकुर की जन्मस्थली जाने का मौका मिला लेकिन यहां की मुख्यमंत्री को यह भी पसंद नहीं आया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दीदी ने 10 साल के शासन में बंगाल के दलितों-पीडि़तों-शोषितों-वंचितों से कैसे नफरत दिखाई है, यह देश अब देख रहा है। उन्होंने मतुआ और नमोशूद्र समाज के लिए कुछ नहीं किया। वे सभी को आश्वस्त करने आए हैं कि भारत मां में आस्था रखने वाले सभी शरणार्थी साथियों को हर सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। भाजपा के लिए ऐसे तबकों को न्याय दिलाना भावनात्मक प्रतिबद्धता भी है।