जीव विज्ञान के साथ ही बुधवार को सभी प्रमुख विषयों की परीक्षा समाप्त हो गई। अब केवल वैकिल्पक की परीक्षा बाकी है, जो 22 फरवरी को होगी। दूसरी ओर प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में माध्यमिक शिक्षा पर्षद की ओर से कोई जबाव नहीं आया है। मालूम हो कि माध्यमिक परीक्षा 12 फरवरी से शुरू हुई थी व २२ फरवरी को वैकिल्पक विषय की परीक्षा के साथ समाप्त हो जाएगी।
सोशल मीडिया पर प्रश्न वायरल को लेकर मेमे की भरमार माध्यमिक परीक्षा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि सोशल मीडिया पर परीक्षा के वायरल प्रश्न पत्र, शिक्षामंत्री, पर्षद अध्यक्ष को लेकर मेमे बनाएं गए हैं। फेसबुक, व्हाट्सएप पर यह मेमे खूब वायरल हुए। हर मेमे में माध्यमिक शिक्षा पर्षद क ी निंदा की गई है। मालूम हो कि परीक्षा केन्द्र में मोबाइल जाने से रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा पर्षद की ओर से कई क वायद की गई पर फिर भी पहली परीक्षा से लेकर ७वीं परीक्षा तक प्रश्नपत्र वायरल होने का सिलसिला जारी रहा। माध्यमिक परीक्षा के दूसरे दिन से ही पर्षद अध्यक्ष ने संवाददाताओं को आधिकारिक रूप से जानकारी देना बंद कर दिया। उसके बाद से अंतिम परीक्षा तक पर्षद ने कोई जवाब नहीं दिया है।
माध्यमिक ऑफिस के मेनगेट पर एसएफआई ने किया प्रदर्शन
माध्यमिक परीक्षा में प्रतिदिन प्रश्नपत्र के वायरल होने को लेकर बुधवार को वामपंथी छात्रसंगठन एसएफआई के समर्थकों ने बोर्ड ऑफिस के मेन गेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया। एसएफआई समर्थकों ने माध्यमिक शिक्षा पर्षद के खिलाफ नारेबाजी की। एसएफआई के समर्थकों ने हाथों में पोस्टर लिए प्रदर्शन किया। एसएफआई के प्रदर्शनरत छात्रनेता सृजन भट्टाचार्य ने कहा कि जीवन में पहली बार इस प्रकार की घटना देखने को मिली कि एक-एक कर सभी प्रश्नपत्र वायरल हो गए। पर्षद की ओर से सुरक्षा के इंतजाम की कमी के कारण ऐसी घटना घटी है। कहीं न कहीं परीक्षा व्यवस्था में चूक है, जिसके हर विषय के प्रश्न पत्र मोबाइल पर वायरल हो गए।
माध्यमिक परीक्षा में प्रतिदिन प्रश्नपत्र के वायरल होने को लेकर बुधवार को वामपंथी छात्रसंगठन एसएफआई के समर्थकों ने बोर्ड ऑफिस के मेन गेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया। एसएफआई समर्थकों ने माध्यमिक शिक्षा पर्षद के खिलाफ नारेबाजी की। एसएफआई के समर्थकों ने हाथों में पोस्टर लिए प्रदर्शन किया। एसएफआई के प्रदर्शनरत छात्रनेता सृजन भट्टाचार्य ने कहा कि जीवन में पहली बार इस प्रकार की घटना देखने को मिली कि एक-एक कर सभी प्रश्नपत्र वायरल हो गए। पर्षद की ओर से सुरक्षा के इंतजाम की कमी के कारण ऐसी घटना घटी है। कहीं न कहीं परीक्षा व्यवस्था में चूक है, जिसके हर विषय के प्रश्न पत्र मोबाइल पर वायरल हो गए।