नया मंदिर में 9 दिवसीय रामकथा का आगाज
राम सेवा समिति ट्रस्ट, हावड़ा का आयोजन
नया मंदिर में 9 दिवसीय रामकथा का आगाज
हावड़ा. राम नाम की बड़ी महिमा है। तुलसीदास के अनुसार राम नाम महामंत्र है। बांधाघाट के सेठ बंशीधर जालान स्मृति नया मंदिर में राम सेवा समिति ट्रस्ट (हावड़ा) की ओर से शनिवार को आयोजित 9 दिवसीय रामकथा का उद्घाटन करते हुए पं. शम्भू शरण लाटा ने यह उद्गार व्यक्त किए। 23 दिसम्बर तक चलने वाली रामकथा में लाटा प्रतिदिन दोपहर 2.30 से शाम 6.30 बजे तक कथा प्रवचन करेंगे। उन्होंने कहा कि राम नाम महामंत्र की खासियत यह है कि इसे भाव से जपें, कुभाव से जपें, आलस्य से जपें या बैर से जपो, खाते-खाते जपो, चलते-चलते जपो या नहाते-नहाते जपो। कहने का अभिप्राय यह है कि चाहे जैसे भी जपो इस मंत्र जाप से आपका मंगल सुनिश्चित है और यह स्वयं गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है। प्रसंगवश लाटा ने राजस्थानी भजन ‘मन सीताराम सीताराम रट रे, तेरा संकट जावेला सब कट रे….’ सुनाकर श्रद्धालुओं को रामनाम की भक्ति में डूबाने के साथ ही यह भी बताया कि नाम जप के सहारे किस तरह गज को ग्राह से, प्रहलाद को हिरण्यकश्यप से, द्रौपदी को दुशासन से और मीरा को विष से भगवान ने बचाया था। कथा प्रारम्भ से पूर्व इस नवदिवसीय आयोजन के शुभारम्भ समारोह पर बतौर विशिष्ट अतिथि गोविन्दराम अग्रवाल, दीनदयाल गुप्ता, बनवारी लाल सोती, बृजमोहन बेरीवाल, सत्यनारायण गुप्ता व सुशील ओझा ने व्यासपीठ को नमन करते हुए लाटा से शुभाशीष प्राप्त किया। सभी अतिथियों ने श्रीराम सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा गत् 30 वर्षों से शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलम्बन से लेकर समाज के हर क्षेत्र में की जा रही नि:स्वार्थ सेवा की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और कहा कि आज जब काम से पहले नाम की लालसा हावी है ऐसे में इस संस्था में हर कोई अग्रसर होकर निष्वार्थ भाव व तन-मन-धन से समर्पित होकर सेवारत् है और यही वजह से कि आज यह संस्था समाजसेवा के क्षेत्र में एक सुपरिचित नाम है। आयोजकों ने बताया कि 23 दिसमम्बर तक चलने वाली इस रामकथा में लाटा प्रतिदिन दोपहर 2.30 बजे से सायं 6.30 बजे तक कथा प्रवचन करेंगे।