पूछा, कहां है समझौता एक्सप्रेस काण्ड के गुनहगार, कांग्रेस दे जवाब बाटला हाउस एनकाउंटर में आतंकी के मरने पर रोई थी सोनिया गांधी
कोलकाता•Apr 22, 2019 / 02:56 pm•
Manoj Singh
अमित शाह का बड़ा बयान: साधवी प्रज्ञा को फर्जी हिन्दू आतंकी मामले में फंसाया गया
प्रज्ञा ठाकुर को फंसाने के लिए हिन्दू आतंकवाद के नाम से एक झूठा मामला बनाया गया और पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति को बदनाम किया गया। लेकिन हम पूछते हैं कि एक फर्जी मामला में असीमानंद जी और अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया। लेकिन समझौता एक्सप्रेस काण्ड के गुनहगार कहां हैं। कांग्रेस इसका जवाब दे कि समझौता एक्सप्रेस काण्ड के गुनहगारों को पकडऩे के बाद फिर उन्हें क्यों छोड़ दिया गया।
कोलकाता
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को मालेगांव बम विस्फोट काण्ड के आरोपी और आरएसएस के गढ़ भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का जम कर बीच बचाव किया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस से समझौता एक्सप्रेस काण्ड को अंजाम देने वालों को पकड़ कर छोडऩे का जवाब मांगा और तृणमूल कांग्रेस को अपनी स्थित स्पष्ट करने की मांग की।
कोलकाता में इस दिन आयोजित संवाददाता सम्मेलन में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से उम्मीदवार बनाए जाने पर तृणमूल कांग्रेस की ओर भाजपा को आतंकवादी संगठन कहे जाने के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर तीखा पलटवार शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाजपा को आतंकवादी संगठन कहा जाना उसके मानसिक दिवालियापन निकलने को दर्शाता है। प्रज्ञा ठाकुर को फंसाने के लिए हिन्दू आतंकवाद के नाम से एक झूठा मामला बनाया गया और पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति को बदनाम किया गया। लेकिन हम पूछते हैं कि एक फर्जी मामला में असीमानंद जी और अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया। लेकिन समझौता एक्सप्रेस काण्ड के गुनहगार कहां हैं। कांग्रेस इसका जवाब दे कि समझौता एक्सप्रेस काण्ड के गुनहगारों को पकडऩे के बाद फिर उन्हें क्यों छोड़ दिया गया। तृणमूल कांग्रेस भी कांग्रेस के जावब पर अपना रूख स्पष्ट करे।
बाटला हाउस एनकाउंटर में आतंकी के मरने पर रोई थी सोनिया गांधी
कांग्रेस और उनसकी अगुवाई वाले यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी पर वार करते हुए अमित शाह ने कहा कि बाटला हाउस एनकाउंटर कांग्रेस के शासन में हआ था। उस एनकाउंटर में आतंकवादियों के मारे जाने पर सोनिया गांधी ने रोया था। उसी एनकाउंटर में एक बहादुर पुलिस इंस्पेक्टर शहीद हुआ था, लेकिन सोनिया गांधी उस पुलिस इंसपेक्टर के शहीद होने पर क्यों रोना नहीं आया।