पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एक मंत्री का पद बर्करार रखने के लिए राज्य के विधानसभा उपचुनाव कराने के लिए अमादा तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधि दल ने गुरुवार को दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव आयोग से मुलुकाता की।
कोलकाता•Jul 16, 2021 / 01:03 am•
Manoj Singh
West Bemngal : चुनाव आयोग से मिले तृणमूल सांसद, किए शीघ्र उपचुनाव कराने की मांग
दिया शीघ्र उपचुनाव कराए जाने का साकारात्मक जवाब मिलने का संकेत
कोलकाता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एक मंत्री का पद बर्करार रखने के लिए राज्य के विधानसभा उपचुनाव कराने के लिए अमादा तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधि दल ने गुरुवार को दिल्ली में केन्द्रीय चुनाव आयोग से मुलुकाता की। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस सांसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में चुनाव आयोग से मिलने वाले प्रतिनिधि दल में पार्टी की सांसद काकुली घोष दस्तीदार और कल्याण बनर्जी, राज्यसभा सांसद सुखेन्दु शेखर रॉय सहित छह सांसद थे। इस दिन शाम चार बजे मुख्य चुनाव आयुक्त और आयोग के फुल बेंच से मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस सांसदों ने साकारात्मक जवाब मिलने का संकेत देते हुए शीघ्र ही बंगाल में विधानसभा के उपचुनाव होने की उम्मीद जाहिर की।
सुदीप बंद्योपाध्याय और सुखेन्दु शेखर राय ने कहा कि बंगाल के लोग विधानसभा चुनाव नतीजा आने के बाद से छह महीने के भीतर राज्य के विधानसभा उपचुनाव कराने की मांग कर रहे है। यह बात उन्होंने चुनाव आयोग को बताया है। अभी चुनाव कराने की स्थिति बहुत अच्छी है। इस लिए जितना जल्दी उपचनाव हो जाए उतना ही अच्छा है। आयोग ने हमारी बात सुनी है। बहुत ही साकारात्मक बात हुई है।तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी और काकुली घोष दस्तीदार ने कहा कि चुनाव आयुक्त से बातचीत कर हम सब संतुष्ट हैं। चुनाव आयोग अपनी तरफ से उपचुनाव की तैयारी कर रहा है। इस लिए उम्मीद है कि बंगल में जल्द विधानसभा उपचुनाव होंगे।
सात विधानसभा सीटों पर होना है उपचुनाव
वर्ष विधानसभा चुनाव नतीजा आने के बाद से राज्य में कुल सात विधानसभा क्षेत्रों का उपचुनाव होना है। इनमें से मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और समशेरगंज के उम्मीदवारों की मौत के कारण चुनाव नहीं हो सका। चनाव के दौरान उत्तर 24 परगना जिले के खड़दह विधानसभा के उम्मीदवार की मौत हो गई थी। अन्य कारणों से बाकी चार विधानसभा क्षेत्रों का उपचुनाव होगा। इनमें भवनीपुर, गोसाबा, दिनहाटा और शांतिपुर शामिल हैं। भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र ममता बनर्जी के लिए खाली करवाया गया है, जहां से राज्य के मंत्री शोवनदेव चट्टोपाधय़्याय
ममता के लिए चुनाव आयोग पर दवाब
नियम के अनुसार नंदीग्राम से चुनाव हारने के कारण छह महीने के भीतर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को किसी भी सीट से जीतना होगा। नहीं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा। नतीजतन तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय चुनाव आयोग पर उपचुनाव कराने का दबाव बढ़ा रही है, क्योंकि राज्य में कोरोना संक्रमण स्थिति में थोड़ी सुधार हुई है। इससे पहले सत्ता पक्ष ने इस बारे में आयोग को पत्र लिखकर इसकी मांग की थी।