आर्थिक तंगी से त्रस्त व्यापारी ने जान दी
तिलजला थानान्तर्गत एक व्यवसायी का रक्तरंजित शव शनिवार की सुबह उसके फ्लैट के नीचे मिला। पुलिस का अनुमान है कि उसने तीन मंजिला इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक लॉकडाउन के समय व्यापार में हुआ घाटा इस चरम कदम का कारण है।
आर्थिक तंगी से त्रस्त व्यापारी ने जान दी
लॉकडाउन में घाटा, इमारत से लगाई छलांग
कोलकाता. तिलजला थानान्तर्गत एक व्यवसायी का रक्तरंजित शव शनिवार की सुबह उसके फ्लैट के नीचे मिला। पुलिस का अनुमान है कि उसने तीन मंजिला इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक लॉकडाउन के समय व्यापार में हुआ घाटा इस चरम कदम का कारण है।
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रहता था पत्नी और बच्चों संग
पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम सूरज अग्रवाल है। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ तिलजला की बहुमंजिला इमारत में रहता था। स्थानीय लोगों ने उसे शनिवार सुबह करीब 7.45 बजे बहुमंजिला इमारत के नीचे फुटपाथ पर खून से लथपथ अवस्था में देखा। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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जूझ रहा था आर्थिक तंगी से
मृतक के रिश्तेदारों और परिचितों के मुताबिक लॉकडाउन के बाद से ही सूरज का कारोबार ठीक नहीं चल रहा था। परिवार भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। व्यापार में मंदी के कारण वह मानसिक अवसाद से भी परेशान रहता था।
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पुलिस की जांच
पुलिस ने बताया कि जब व्यवसायी ने बहुतल से छलांग लगाई उस समय घर पर कोई नहीं था। कुछ दिन पहले पत्नी बच्चे को लेकर पिता के घर गई थी। पुलिस ने कहा कि वे अलग अलग कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं पारिवारिक विवाद तो इस घटना की वजह नहीं है।
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राज्य में कोरोना से 37 की मौत
कोलकाता. राज्य में कोरोना की तीसरी लहर के दौर में लगातार दूसरे दिन संक्रमण दस हजार के नीचे रहा। वहीं मृतकों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। बीते 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण से 37 जनों की मौत हुई है। कोलकाता और हावड़ा मृत्यु के मामले में शीर्ष पर हैं। यहां बीते 24 घंटे के दौरान सात-सात कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है।
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9,191 नए संक्रमित
राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बीते 24 घंटे के दौरान राज्य भर में कोरोना के 9,191 नए संक्रमित मिले हैं। कोलकाता में यह संख्या 1,489 है। राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 1,23,657 दर्ज की गई है। इसके साथ पॉजिटिविटी दर भी 12 फीसदी की चिंताजनक स्तर से कम दर्ज की गई है। जिससे स्वाथ्य विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।