तीन नालों को पार कर पहुंचे हैं गांव
उन गांव में पैदल ही पहुंचा जा सकता है । ऐसे गांव को चिन्हित कर लगातार जिला प्रशासन सभी योजनाओं का लाभ दिलवाने के साथ ही उन गांवों को मुख्य मार्ग तक जोडऩे जा रहा है । इसी क्रम में पहली बार इस गांव में जिला पंचायत सीइओ पहुंची थी। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्या बतलाते हुए कहा कि हम लोगों को मुख्यालय केशकाल जाने के लिए दो से तीन नाला को पार कर पैदल ही पहुंचना पड़ता है ।
अगर कोई पड़ जाए बिमार तो..
गांव में कभी कोई बीमार पड़ता है तो उसे पैदल ही ले जाना पड़ता है। साथ ही रास्ता नही होने के कारण ग्राम के कई बच्चे आठवीं कक्षा के बाद आगे की पढ़ाई नही कर पाते । आंवरी बेड़मा चारो ओर छोटे छोटे नाला से घिरा होने के कारण चार पहिया वाहन नही पहुंच पाता है।
सीईओ ने कहा- आपको भी करना होगा मदद
जिला पंचायत सीइओ ने ग्रामीण की समस्या को हरसंभव पूरा करने की बात कहते हुए कहा कि जल्द ही आप लोगों को गहिरबार नाला की स्वीकृति कर दी जाएगी लेकिन जब यह कार्य प्रारंभ होगा तो आप सबको भी काम करने आगे आना चाहिए। जिससे आप लोगों की समस्या जल्द पूरी हो । इसी तरह चार साल के चेतना शोरी पिता शिवलाल शोरी बचपन से ही दिव्यांग होने के चलते उठ-बैठ नहीं पाता।
जिसके उचित इलाज हेतु चिकित्सा अधिकारी को अवगत करने की बात कही। साथ ही जारही बाई पति फ गनुराम कचलम भी विकलांग है जिन्हें प्रमाण पत्र व शासन की तरफ से मिलने वाले योजनाओं का लाभ दिलवाने की बात कही । इस दौरान जनपद सदस्य अशोक नेताम, सरपंच संगदेव, जनपद पंचायत सीइओ भुनेश्वर राज, आरइएस एसडीओ विनय वर्मा, सबइंजीनियर सिंग, संकुल समन्वयक सफ ीक भारती सहित ग्राम पंचायत के वार्डपंच, ग्रामीण जन उपस्थित थे।