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कोंडागांव

इस जिले से होकर जाने वाली रेलवे लाइन से किसान फंसे बीच मझधार में, अब सता रही ये चिंता

रेल्वे को जा रही किसानी जमीन से भूस्वामी चिंता में, भूमि अधिग्रहण नियम का पालन करे प्रशासन कहते किसान होने लगे लामबंद

कोंडागांवSep 17, 2018 / 10:53 am

Badal Dewangan

रेलवे लाइन से किसान फंसे बीच मझधार में

इस जिले से होकर जाने वाली रेलवे लाइन से किसान फंसे बीच मझधार में, अब सता रही ये चिंता

कोण्डागांव. जिले से होकर रेल्वे लाइन का किए जा रहे विस्तार से लोगों में जहां खुशी है वहीं कुछ किसान अपनी आने वाली समस्याओं को सोच परेशान हो चले हैं। जिनके खेतों से होकर रेल लाइन को रावघाट से होते हुए जगदलपुर तक पहुंचना है, उन सभी किसानों की स्थिति छछुंदर की सी हो गई है कि वे रेल लाइन के जिले से गुजरने की खुशी मनाएं या गम।

किसान अभी से लामबंद होने लगे
यदि उन सभी किसानों को रेल्वे द्वारा किए जा रहे जमीन अधिग्रहण का मुआवजा और अन्य सभी लाभ भूमि अधिग्रहण नियमों का पालन करते हुए देगी या फि र किसानों को शोषित होने मजबूर होना पड़ेगा। यही कारण है कि जिले वे सभी किसान अभी से लामबंद होने लगे जिनके खेतों से रेल्वे लाइन का विस्तार होना है।

भविष्य में किसानों को हो सकने वाली परेशानियों पर विचार-विमर्श किया
रेल्वे लाइन के विस्तार से पीडि़त होने वाले किसानों में से कुछ किसान कोण्डागांव से नारायणपुर की ओर जाने वाली सड़क पर बसे ग्राम बुनागांव में एकत्रित हुए और भविष्य में किसानों को हो सकने वाली परेशानियों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान बुनागांव, चौडंग, चिमडी, कोदागांव, किबईबालेंगा, गंगामुंडा, बनजुगानी, चिचडोंगरी, गुलभा, भीरागांव, कोपाबेडा, संदोनार, जामपदर, चिखलपुटी, चिचपोलंग, बनियागांव, माकडी, जोबा, इलाके के किसान मौजूद रहे।

भूस्वामियों को पेंशन देने की रखी मांग, शासन प्रशासन को कराया अवगत
किसानों ने आपस में विचार विमर्श करने के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लेकर 7 बिंदुओं का आवेदन तैयार किया है। जिसे शासन-प्रशासन को भेजा जाएगा, किसानों के इस आवेदन में मुआवजा पत्रक के अनुसार निर्धारित मुआवजा प्रति वर्ग मीटर 400 रुपए के स्थान पर बाजार भाव से 10 गुना अधिक मुआवजा देने, अधिग्रहित जमीन के आसपास की अनुपयोगी जमीन का भी मुआवजा देने, अधिग्रहित जमीन भूस्वामी को पीढ़ी दर पीढ़ी पेंशन देने, अधिग्रहित जमीन वाले किसानों के परिवार में से एक सदस्य को शिक्षा योग्यता के अनुसार नौकरी देने, सर्वेक्षण के दौरान किन्हीं कारणों से छुट गए किसानों सहित मुआवजा पत्रक में रेल्वे लाइन से प्रभावित क्षेत्र के समस्त किसानों का नाम प्रकाशित करने, लंबे समय से नजुल जमीन में मकान बनाकर कर निवासरत व्यक्ति को भी मुआवजा सहित नया मकान बनाने के लिए जमीन भी प्रदान किए जाने का लेख किया गया है।

मांगे नहीं मानने पर शासन के खिलाफ किसान करेगें प्रदर्शन
किसानों की मांगो पर यदि शासन उचित ध्यान नहीं देती है तो, प्रभावित सभी किसानों आंदोलन करने की बात कह रहे हैं। बैठक में डोकेराम नेताम, महेश नेताम, मेहतर नेताम, बालक दास, सुखनाथ मरावी, सुकु नेताम, धतुराम पोयाम, हगरुराम नेताम, श्याम नेताम, जयसिंह नेताम, सोनाधर नेताम, श्यामनाथ नेताम, सुनिल नेताम, विरेंद्र ध्रुव, लखनसिंह ठाकुर, सुकमन, रामलाल, चुन्नीराम, महेंद्र कुलदीप, पुनमदास कुलदीप, सनतराम, रतुराम, फ गनुराम, बासुराम कश्यप, लिमटुराम बघेल, नवसिंग बघेल, मोतीराम कश्यप, राजुराम कश्यप, सुबस सोरी आदि सहित अन्य किसान मौजुद रहे।

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