संदीप कंवर ने आरोप लगाया है कि सृष्टी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के संचालन में कंवर परिवार के चार लागों को आजीवन सदस्य बनाया जाना था। इसमें संदीप कंवर, निर्मला कंवर, प्रमोद कंवर और अनिता कंवर शामिल थी। प्रत्येक सदस्य के लिए ढाई ढाई लाख रुपए कुल २० लाख रुपए देवेन्द्र पांडे को दिया गया था। कंवर ने आरोप है कि समिति के पंजीयन नियम में दान लेना प्रतिबंधित है लेकिन उसके बाद भी आर्थिक लाभ के लिए जानबूझ कर नियम कानून को तोड़ गया।
बंधक बनाकर मारपीट का आरोप
संदीप ने बताया है कि उन्होंने रुपए लौटाने की मांग को लेकर देवेन्द्र पांडे के निवास स्थान पर एक बार गया था। वहां उसके साथ जातिगत गाली गलौच और मारपीट की घटना हुई। बंधक बनाकर मारपीट किया गया। संदीप ने इस मामले में भी रामपुर चौकी में केस दर्ज कराई थी। इसकी जांच अभी चल रही है।
शासन से लीज पर मिली जमीन
संदीप ने यह भी आरोप लगाया है कि सृष्टि संस्था रजगामार रोड़ रिस्दी के लिए सरकार की ओर से लीज पर जमीन दी गई थी। शासन का हस्ताक्षेप होने के बाद भी निजी संपत्ति बनाने के लालच में पांडे ने संचालक मंडल में आजीवन सदस्य बनाने का लालच देकर रुपए लिया।
नहीं बनाने की वजह
ननकीराम कंवर सृष्टी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के संरक्षक हैं। संदीप का आरोप है कि कंवर परिवार के चार लोगो को सदस्य बनाए जाने पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में सदस्यों संख्या बढ़ जाती। इसमें कंवर परिवार का दबदबा होता। देवेन्द्र पांडे मनमानी नहीं कर पाते। जानबूझ कर एक साजिश के तहत कंवर परिवार के सदस्यों को संस्था का आजीवन सदस्य नहीं बनाया गया है।