विगत तीन जनवरी को संकुल स्तरीय शिक्षा मड़ई के आयोजन में विकासखंड कटघोरा के गांव रंजना स्थित प्राथमिक शाला के 40 बच्चों को पिकअप(मालवाहक वाहन) में जानवरों की तरह ठूंसा गया था। सभी बच्चे बांकीमोंगरा के मोंगरा स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल में आए थे। तीन जनवरी की शाम छह बजे बच्चे संकुल स्तरीय आयोजन से घर लौट रहे थे।
Read more : हाथी आए तो हो जाती है बत्ती गुल, ऐसे में मिट्टी का तेल ही होता है सहारा इसलिए ग्रामीणों ने रखी ऐसी मांग मोंगरा स्कूल से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर शुक्लाखार अरदा के पास पिकअप बेकाबू होकर पलट गई। इसमें 40 बच्चे घायल हुए थे, हादसे में गांव झालकछार की छात्रा अनिता यादव को गंभीर चोटें आई है। इसका इलाज वर्तमान में रायपुर के कालड़ा अस्पताल में जारी है। हादसे में छात्रा की कलाई बुरी तरह से कुचल गई थी। इसका कुल चार बार ऑपरेशन किया जाएगा। फिलहाल छात्रा खतरे से बाहर है।
एसडीएम के प्रतिवेदन पर कार्यवाई
पिकअप पलटने वाले मामले में कलक्टर ने तत्काल एसडीएम कटघोरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था। जिनके द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन के आधार पर ही प्रशासन ने कार्रवाई के लिए फाईल बिलासपुर संभागायुक्त को प्रेषित कर दी है। चुंकि प्राचार्य व व्याख्याता पर सीधे तौर पर कार्रवाई का अधिकार कलक्टर को नहीं होता, इसलिए फाईल संभागायुक्त बिलाासपुर को प्रषित की गई है।
हालांकि कलक्टर द्वारा प्रेषित फाईल के आधार पर कार्रवाई लगभग तय मानी जाती है। मामले में एक जानकारी यह भी सामने आई है कि नोडल प्राचार्य हेमलता घटना वाले दिन को छुट्टी में थी, और प्रभार व्याख्याता राजन संभाल रहे थे। शाउमावि मोंगरा में हादसा घटित हुआ है। इसलिए जिस तरह नोडल प्राचार्य रंजना की जवाबदेही घटना के लिए तय की जा रही है। उसी प्रकार मोंगरा के नोडल प्राचार्य व अन्य पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।