इसमें सुरेन्द्र बघेल और धरम सिंह कुशवाहा शामिल हैं। दोनों मध्यप्रदेश के निवासी है। सात अन्य लोगों के साथ मिलकर दोनों ने सन साइन इंफ्राटेक के नाम से एक चिटफंड कंपनी बनाई थी। इसकी शाखा कोरबा के पाली में भी खोला था। कम समय में राशि दोगुना करने का झांसा देकर लोगों से पैसे जमा कराए थे। राशि लौटाने की पारी आई तो कंपनी फरार हो गई। पाली निवासी रवल सिंह श्याम ने कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट पाली थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने कंपनी के तीन डायरेक्टर को गिरफ्तार किया था। छह डायरेक्टर फरार थे। हरियाणा के फरीदाबाद की जेल में सुरेन्द्र और धरम के बंद होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने कोरबा की एक कोर्ट से आरोपियों को पेश करने के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी कराया था। हरियाणा पुलिस मंगलवार को आरोपियों को लेकर कोरबा पहुंची। पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।