घटना विकासखंड पाली के ग्राम चैतमा की है। गांव में रहने वाले बुजुर्ग मनहरण प्रजापति ने अपनी हिस्से की जमीन राधेलाल प्रजापति के पास बेची थी। इसके बदले मनहरण को कुछ पैसे मिले थे। इस साल तीन जून को मनहरण 55 हजार रुपए लेकर यूनियन बैंक की चैतमा शाखा जा रहा था।
दो बोरियों में 42 हजार रुपए का सिक्का लेकर बिजली बिल पटाने पहुंचा उपभोक्ता, फिर जानें क्या हुआ… बुजुर्ग का आरोप है कि रास्ते में रवि कैवर्त नाम का एक व्यक्ति मिला। वह मनहरण का परिचित है। चैतमा में रहता है। रवि अपनी कार में मनहरण को बैठाकर यूनियन बैंक ले गया। मनहरण अशिक्षित है। उसने बैंक की जमा पर्ची भरने के लिए रवि से सहारा लिया। रवि ने पर्ची भरते हुए बुजुर्ग से 55 हजार रुपए जमा करने के लिए अपने हाथ में लिया। थोड़ी देर बैंक में रुकने के बाद रवि ने मनहरण को बताया कि खाता छोटा है।
इसमें एक साथ इतनी अधिक राशि जमा नहीं हो सकती है। इसके लिए केवाईसी करानी होगी। मनहरण को रवि बैंक के बाहर एक कियोस्क सेंटर में भेज दिया। मनहरण कियोस्क में खड़ा था। इस बीच रवि बैंक से बाहर निकला। बुजुर्ग को बताया कि 55 हजार रुपए जमा हो चुके हैं। मनहरण ने भरोसा कर लिया। वह घर लौट गया।
सहकारी बैंक से 19 लाख रुपए चोरी मामले में एक और आरोपी जबलपुर से गिरफ्तार, ऐसे दिया था घटना को अंजाम… इसके दो माह बाद मनहरण को पैसे की जरूरत पड़ी। वह यूनियन बैंक पहुंचा। बैंक की ओर से बताया गया है कि खाते में राशि नहीं है। जून में कोई पैसा भी जमा नहीं हुआ है। यह सुनकर बुजुर्ग परेशान हो गया। उसने रवि से सम्पर्क कर पैसे की मांग की। रवि आजकल में रुपए लौटाने की बात कहता रहा। रुपए नहीं लौटाया। मनहरण ने धोखाधड़ी (Fraud) की शिकायत चैतमा चौकी में दर्ज कराई। पुलिस ने जांच के बाद मनहरण के खिलाफ चारसौबीसी का केस दर्ज किया है। मामले की जांच कर रही है।