युवाओं को नौकरी नहीं मिली। युवाओं ने गोविंदा को राशि लौटाने के लिए कहा। पहले तो गोविंदा ने पुलिस का धौस दिया। बाद में राशि लौटाने से मना कर दिया। ठगी के शिकार लोगों ने सत्य प्रकाश देवांगन नाम का युवक भी शामिल था। उसने घटना की शिकायत रामपुर चौकी में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के बाद कोतवाली थाने में अपराध क्रमांक 270/2017 पर गोविंदा के खिलाफ चारसौबीसी का केस दर्ज किया था। गिरफ्तार से बचने के लिए गोविंदा फरार हो गया था। पुलिस तीन साल से आरोपी की तलाश कर रही थी।
चोरी के मामले में पुलिस ने दो युवकों को किया गिरफ्तार, पूछताछ में कहा यू-ट्यूब में वीडियो देख सीखा ताला तोडऩा परिवार ने पुलिस को दी थी गुमशुदगी की सूचना
घटना की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि गोविंदा शातिर है। ठगी के मामले में फरार होने के बाद उसके परिवार की ओर से थाने में गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए गोविंदा ने हाईकोर्ट में भी अग्रित जमानत याचिका लगाई थी। लेकिन कोर्ट से राहत नहीं मिली थी। इसके बाद गोविंदा के पास कानूनी विकल्प खत्म होते जा रहे थे। उसने कोरबा के सीजेएम कोर्ट में बुधवार को समर्पण कर दिया।