बनाए गए थे हेल्थ डेस्क
यात्रियों की जागरूकता के लिए स्टेशन में हेल्थ डेस्क बनाए गए थे। इसमें रेलवे व जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। हेल्थ डेस्क में जांच कराने कई यात्रियों ने जागरूकता दिखाई। हेल्थ डेस्क पहुंचकर स्वास्थ्य की जांच कराई। इस दौरान स्टेशन में यात्रियों की लंबी कतार लगी रही। कोरोना वायरस के संक्रमण को नियत्रंण में लाने को लेकर लोगों में जागरूकता देखी गई। एक-एक मीटर की दूरी पर यात्रियों नेे तीन लाइनों की कतार में खड़े होकर जांच कराया।
ऑटो बंद, रेलवे ने यात्रियों को पहुंचाया घर तक
शहर के साथ ही ऑटो संघ ने रविवार को जनता कफ्र्यू का समर्थन किया। ऑटो व बस नहीं मिलने से कोरबा पहुंचे यात्री परेशान दिखे। यात्रियों को घर तक जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहे थे। आसपास में रहने वाले कुछ यात्री तो अपने परिजनों को स्टेशन बुला लिया, लेकिन दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले यात्री परेशान हो गए। ऐसे में रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों की मदद की। यात्रियों को रेलवे स्टेशन से उनके घर तक पुहचाने के लिए चार पहिया वाहनों की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई। इसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। इसमें हरदीबाजार, दर्री, जमनीपाली, बाल्को, राजगामार, दीपिका, कुसमुंडा सहित अन्य दूरदराज के लोग शामिल थे। बताया जा रहा है लगभग 100 से अधिक यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया है।
प्रबंधन ने की चार यात्रियों की रहने की व्यवस्था
रविवार को लिंक एक्सप्रेस से 100 से अधिक यात्री कोरबा पहुंचे। इनमें से चार यात्री ऐसे भी थे जिन्हें जशपुर जाना था। निजी बस व सिटी बस के नहीं चलने से इन यात्रियों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई। जब इस बात की जानकारी रेलवे प्रबंधन को हुई तो इन चारों यात्रियों के रहने व भोजन की व्यवस्था रेल प्रबंधन द्वारा की गई।