scriptरेलवे ने दिया तीन घंटे का ब्लॉक, पहली लाइन के लिए बिछाया गया गाटर, दूसरी लाइन के लिए 30 अक्टूबर को मिलेगा ब्लॉक | Railways gave a block of three hours | Patrika News

रेलवे ने दिया तीन घंटे का ब्लॉक, पहली लाइन के लिए बिछाया गया गाटर, दूसरी लाइन के लिए 30 अक्टूबर को मिलेगा ब्लॉक

locationकोरबाPublished: Oct 26, 2019 11:19:05 am

Submitted by:

Vasudev Yadav

Railway: एसईसीएल की कुसमुंडा खदान से कन्वेयर बेल्ट के जरिए हसदेव थर्मल पॉवर स्टेशन (एचटीपीएस) तक कोयले की आपूर्ति के लिए चल रही प्रक्रिया में तेजी आई है।

रेलवे ने दिया तीन घंटे का ब्लॉक, पहली लाइन के लिए बिछाया गया गाटर, दूसरी लाइन के लिए 30 अक्टूबर को मिलेगा ब्लॉक

रेलवे ने दिया तीन घंटे का ब्लॉक, पहली लाइन के लिए बिछाया गया गाटर, दूसरी लाइन के लिए 30 अक्टूबर को मिलेगा ब्लॉक

कोरबा. शुक्रवार को रेलवे की ओर से गाटर लगाने के लिए बिजली कंपनी को तीन घंटे का ब्लॉक दिया गया। शाम तक पहली लाइन के लिए गाटर बिछाने का काम पूरा हो गया। दूसरी लाइन के लिए रेलवे 30 अक्टूबर को ब्लॉक देने जा रहा है।
केन्वेयर बेल्ट बिछाने के लिए रेलवे की ओर से शुक्रवार दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.15 बजे तक ब्लॉक दिया गया था। इस अवधि बिजली कंपनी को गाटर लगानी थी। ब्लॉक मिलते ही बिजली कंपनी ने तेजी से काम चालू किया। देर शाम तक गाटर लगाने का काम पूरा हो गया। इस काम के लिए कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्ट के सदस्य ओसी कपिला (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस) और ईडी एनके बिजोरा सहित कई अफसर कोरबा पहुंचे हैं। गाटर लगाने की कार्रवाई के दौरान हसदेव ताप विद्युत गृह के मुख्य अभियंता पीपी मोडक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

छह साल से चल रही प्रक्रिया
सितंबर 2013 में हसदेव ताप विद्युत गृह परिसर में 500 मेगावाट की नई इकाई का निमार्ण कार्य पूरा हुआ था। इस इकाई तक कोयले की आपूर्ति एसईसीएल की कुसमुंडा खदान से होनी है। इसके लिए कन्वेयर बेल्ट बिछाने का कार्य चल रहा है। बेल्ट बिछाने का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो गया था। कुसमुंडा क्षेत्र में बरमपुर के पास से गुजरने वाली रेल लाइन के उपर से कन्वेयर बेल्ट बिछाने की कोशिश बिजली कंपनी की ओर से की जा रही है। लेकिन कोयले की ढोलाई का दबाव अधिक होने से रेलवे की ओर से ब्लॉक नहीं मिल रही थी। इसे लेकर बिजली कंपनी ने समय-समय पर नाराजगी भी जताई। पहली लाइन के लिए रेल प्रशासन की ओर से तीन घंटे का ब्लॉक दिया गया।

यह भी पढ़ें
इस दीपावली छोड़ें ग्रीन पटाखे, बच्चों को रिझाने डॉरीमून नाम से बिक रहे छोटे-छोटे बम

दो लाइन के लिए चाहिए और ब्लॉक
कुसमुंडा से हसदेव ताप विद्युत गृह तक कोयले की आपूर्ति के लिए कन्वेयर बेल्ट की तीन लाइन बिछाई जाएगी। गाटर लगाने के साथ ही पहली लाइन के लिए कन्वेयर बेल्ट बिछाने का काम पूरा हो गया था। दूसरी लाइन के लिए रेलवे 30 अक्टूबर को ब्लॉक देने जा रहा है। तीसरी लाइन के लिए ब्लॉक की तिथि तय नहीं है।

साइलो से कन्वेयर के जरिए होगी कोयले की आपूर्ति
हसदेव ताप विद्युतगृह को कोयले की आपूर्ति कन्वेयर बेल्ट के साथ साथ रेलमार्ग से भी होती है। यहां 210 मेगावाट की तीन और 500 मेगावाट की एक इकाई स्थापित है। संयंत्र को फूल लोड पर चलाने के लिए कंपनी को लगभग 18 मिट्रिक टन कोयले की जरूरत प्रतिदिन है। वर्तमान में खदान से संयंत्र को जरूरत के अनुसार कोयला नहीं मिल रहा है। इसका असर उत्पादन पर पड़ रहा है।

-रेलवे की ओर से लगभग तीन घंटे का ब्लॉक दिया गया था। इस अवधि में पहली लाइन के लिए गाटर लगाने का काम पूरा हो गया है। दूसरी लाइन के लिए 30अक्टूबर को ब्लॉक मिलेगा। हमारी कोशिश है कि कन्वेयर बेल्ट से कोयले की आपूर्ति जल्द से जल्द चालू हो सके। ताकि संयंत्र में कोयले की कमी न हो। पीपी मोडक,सीई, हसदेव थर्मल पॉवर स्टेशन, कोरबा
यह भी पढ़ें

Chhattisgarh News

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो