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कोरबा

दहशत के साए में ग्रामीण, रात भर करना पड़ेगा रतजगा, नहीं तो कभी भी धम्मक-धम्मक आ सकती है मौत

आठ लोगों को मारने वाला हाथी (Elephant) एक बार फिर कोरबा जिले में दस्तक दे चुका है। दंतैल हाथी (Elephant) दुकान से धान निकालकर खाया फिर गेरांव बस्ती के समीप पहुंच गया है। चारों रेंज की टीम निगरानी में लगी हुई है।

कोरबाJun 22, 2019 / 09:12 pm

Vasudev Yadav

दहशत के साए में ग्रामीण, रात भर करना पड़ेगा रतजगा, नहीं तो कभी भी धम्मक-धम्मक आ सकती है मौत

दहशत के साए में ग्रामीण, रात भर करना पड़ेगा रतजगा, नहीं तो कभी भी धम्मक-धम्मक आ सकती है मौत

कोरबा. दंतैल ने अब तक धरमजयगढ़ वनमंडल में पांच और कोरबा वनमंडल मेें तीन लोगों को रौंद चुका है। हाल ही में छाल रेंज में हाथी ने दो को मौत के घाट उतारा था। हर बार हाथी पड़ोसी रेंज में हमला करने के बाद कोरबा के जंगल आ धमकता था।
गुरुवार की रात दंतैल नदी पार करके कुदमुरा रेंज से होते हुए करतला रेंज पहुंच गया है। करतला रेंज के कछार गांव में एक ग्रामीण की छोटी सी दुकान है दुकान के बाहर बरामदे में धान की बोरी रखी हुई थी। दंतैल ने तीन बोरियों को बाहर निकालकर खा गया। उसके बाद हाथी कल्गामार चचिया से होते हुए गेरांव व बताती के बीच पहुंच गया। कुदमुरा, करतला, पसरखेत और कोरबा चारों रेंज की टीमें दंतैल पर निगरानी रखी जा रही है।
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दंतैल देख एमईसीएल के कर्मियों में मचा हड़कंप
दंतैल देखकर एमईसीएल के कर्मियों में हड़कंप मच गया। दरअसल दंतैल करतला से निकलकर पसरखेत की ओर जा रहा था। जंगल में ही सुबह एमईसीएल द्वारा बोर किया जा रहा था। दंतैल को देखकर कर्मियों में कुछ देर के लिए आपाधापी मच गई। हालांकि दंतैल बोर की आवाज से नजदीक नहीं आया। एमईसीएल के कर्मियों ने फिर वन विभाग को इसकी सूचना दी।

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बारिश की वजह से ट्रैकिंग में आ रही परेशानी
इधर बारिश की वजह से वन विभाग को ट्रैकिंग में परेशानी आ रही है। पहुंच मार्ग वाले ग्रामीण अंचल ओर सड़कों में ट्रैकिंग हेा रही है। लेकिन कीचड़ और घने जंगल में अमले को दिक्कतें हो रही है। इसी वजह से चार टीम लगाई गई है। हर बार बारिश में इस तरह की परेशानी होती है।

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