गेवरा रोड- पेंड्रा रोड रेल परियोजना से एसईसीएल की गेवरा, दीपका, कुसमुंडा जैसी बड़ी खदानों से कोयला निकासी में वृद्धि होगी। इस परियोजना में प्रमोटर कम्पनियां कुल लागत का 20 प्रतिशत, लगभग 994 करोड़ रुपए की सहभागिता देंगी। वहीं 80 प्रतिशत की सहभागिता अर्थात कुल 3976 करोड़ रुपए बैंकों से ऋण के तौर पर लिया जा रहा है। अभी तक प्रमोटर कम्पनियों द्वारा 65० करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं।
एक के बाद एक चोरी-छिपे ट्रेलर से उतरे 40 मजदूर, वीडियो वायरल होते ही अधिकारियों में मचा हड़कंप साथ ही इस परियोजना के लिए फारेस्ट क्लियरेंस मिल चुका है। परियोजना पूरी होने के बाद एसईसीएल की विभिन्न खदानों से प्रतिवर्ष लगभग 65 मिलियन टन कोयला निकासी करने में सहायक सिद्ध होगी। इससे गेवरा रोड से पेंड्रा रोड के बीच में वर्तमान में उपलब्ध रेल लाइन की तुलना में सबसे कम दूरी वाली रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। इस लाइन से एसईसीएल की गेवरा, दीपका, कुसमुंडा को जोड़ा जाएगा। इससे कोयला निकासी में सहायता मिलेगी। इस परियोजना की कुल लागत चार हजार 970 करोड़ रुपए है। परियोजना के मार्च 2023 तक पूर्ण होने की संभावना है।
परियोजना में सीईडब्ल्यूआरएल एसईसीएल की 64 प्रतिशत, इरकान की 26 प्रतिशत एवं एसआईडीसी की 10 प्रतिशत भागीदारी है। यह ऋण जिस बैंकों के संघ ने दिया है, उसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की १८०० करोड़ रुपए लिए गए हैं। शेष राशि पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन नेशनल बैंक एवं बैंक ऑफ बड़ौदा से ली गई है।