विशाखापटन से कोरबा आने वाली लिंक एक्सपे्रस (18518) का कोरबा स्टेशन पहुंचने का निर्धारित समय सुबह 11 बजे है, लेकिन बुधवार को 12:47 मिनट के करीब पहुंची। इस आधार पर यात्रियों को 1:47 घंटे तक टे्रन में परेशान होना पड़ा। टे्रनों के भीड़ से बचने व समय पर घर पहुंचने के लिए यात्री एक्सपे्रस टे्रन से सफर कर रहे हैं, लेकिन एक्सपे्रस टे्रन की सुस्त चाल व दो घंटे के लेटलतिफी से यात्री हलाकन रहे। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गो व बीमारी यात्रियों को हुई। इधर टे्रन में यात्रा कर रहे परिजन व दोस्तों को लेने कई लोग पहुंचे थे। स्टेशन परिसर में घंटो इंतजार करना पड़ा।
शहर औद्योगिक शहर है। विभिन्न संस्थाओं व दफ्तर में कार्यरत कर्मचारी प्रतिदिल लिंक एक्सपे्रस से सफर करते हैं। टे्रनों की कछुआ चाल से कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच पाते हैं। जिससे उनको काफी नुकसान हुआ। वहीं कार्यालय कार्य भी प्रभावित हुआ।
मेमू लोकल एक घंटा लेट
बिलासपुर से कोरबा आने वाली मेमू लोकल (68732) करीब एक घंटे लेट से पहुंची। कोरबा स्टेशन पहुंचने का निर्धारित समय रात्रि 8:30 बजे हैं, लेकिन बुधवार को रात्रि 9:25 मिनट के बाद पहुंची। गाड़ी के स्टेशन पहुचने के बाद परेशानी खतम नहीं हुई। स्टेशन के बाहर सिटी बस के लिए भटकते रहे। सिटी बस अपने निर्धारित समय पर रवाना हो गई थी, जिससे बालको, रजगामार सहित लंबी दूरी का सफर करने वाले यात्रियों को यहां भी परेशान होना पड़ा है। यात्रियों को मजबूरन अधिक रूपए देकर ऑटो से जाना पड़ा।