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शिक्षक दिवस पर विशेष : शिक्षकों की मेहनत से इस सरकारी स्कूल में लगती हैं डिजिटल कक्षाएं

locationकोरबाPublished: Sep 05, 2018 01:27:18 pm

Submitted by:

Shiv Singh

वे दूसरों को विद्वान और राजा बनाते हैं लेकिन खुद वे सयंमित जीवन ही जीते हैं

वे दूसरों को विद्वान और राजा बनाते हैं लेकिन खुद वे सयंमित जीवन ही जीते हैं

वे दूसरों को विद्वान और राजा बनाते हैं लेकिन खुद वे सयंमित जीवन ही जीते हैं

कोरबा. शिक्षकों की लगन और मेहनत के परिणाम हमेशा सुखद होते हैं। ज्ञान हासिल कर ऊंची कुर्सियों पर बैठने वाले मेधावियों को शिक्षक ही तैयार करते हैं। वे दूसरों को विद्वान और राजा बनाते हैं लेकिन खुद वे सयंमित जीवन ही जीते हैं। लक्ष्य बस एक ही है समाज और राष्ट्रनिर्माता के रूप में काम करना।

शिक्षक दिवस के अवसर पर कोरबा में भी ऐसे कई शिक्षक हैं,जिन्होंने अपनी लगनशीलता से स्कूल के रंग को ही बदल दिया। शासकीय प्राथमिक शाला भटगांव में ऐसे ही शिक्षक पढ़ाते हैं। यहां के शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है कि भटगांव का यह स्कूल शिक्षकों की मेहनत और लगन विद्यालय जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश का एक अद्वितीय स्कूल बन रहा है। इस स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक की कक्षाएं संचालित है जिसमें 65 छात्र.छात्राएं अध्ययनरत हैं शाला में तीन शिक्षक अध्यापन कार्य कराते हैं जिसमें प्रधान पाठक नोहर चंद्रा तथा सहायक शिक्षक पंचायत श्यामसुंदर नायक व अजय कुमार कश्यप हैं।
वे दूसरों को विद्वान और राजा बनाते हैं लेकिन खुद वे सयंमित जीवन ही जीते हैं

अपने वेतन से करते हैं सहयोग
यहां शिक्षकों ने अपने वेतन, समुदाय और बालको प्रबंधन, ग्राम पंचायत से सहयोग लेकर स्कूल का कायाकल्प कर दिया है। स्कूल की बाहरी एवं भीतरी दीवारों पर पुट्टी सहित आकर्षक पुताई के साथ फर्श पर टाइल्स एवं कारपेट लगे हुए हैं। सभी कमरों में पंखे, घडिय़ां पर्याप्त रोशनी के लिए बल्ब लगाए गए हैं। डिजिटल कक्षा गत वर्ष यहां डिजिटल स्मार्ट क्लास प्रारंभ किया गया जो कि यह जिले का प्रथम डिजिटल स्कूल है। जहां बच्चे स्क्रीन में एनिमेशन के माध्यम से अपने पाठ को देखकर, पढ़कर, सुनकर सीख रहे हैं।


गतिविधि आधारित शिक्षा यहां पर बच्चों को उनके पाठ की गतिविधि करा कर के रोचक पूर्ण शिक्षा प्रदान की जाती है। जिससे कि पाठ को समझने में आसानी हो यहां शिक्षकों द्वारा बच्चों को कक्ष के अंदर और प्रांगण में गतिविधि करा कर या परिवेश भ्रमण करा कर के शिक्षण प्रदान की जाती है।


पंचायत प्रतिनिधि भी लेते हैं रुचि
स्काउट गाइड्स की शुरुआत. इस वर्ष शाला में स्काउट गाइड कब बुलबुल प्रारंभ किया गया है। बच्चों के लिए स्काउट ड्रेस की व्यवस्था ग्राम पंचायत द्वारा की गई है।

वे दूसरों को विद्वान और राजा बनाते हैं लेकिन खुद वे सयंमित जीवन ही जीते हैं

पालक बालक खेलकूद प्रतियोगिता

विद्यालय में बच्चों के लिए हर वर्ष खेलकूद प्रतियोगिता तो कराई जाती हैं। साथ ही साथ पालक को विद्यालय से जोडऩे के लिए पालको के मध्य भी खेलकूद प्रतियोगिता कुर्सी दौड़, मटका फ ोड़, तवा फेंक आदि कराई जाती है। बच्चों के साथ-साथ पालक गण इसमें बढ़.चढ़कर हिस्सा लेते हैं।


ये होती हैं गतिविधियां
विद्यालय के छात्रों द्वारा पल्स पोलियो टीकाकरणए नशा मुक्ति दिवसए शिशु संरक्षण दिवस आदि के अवसर पर जन जागरूकता रैली छात्र-छात्राओं द्वारा निकाली जाती है। बाल मेला. हर वर्ष विद्यालय में बाल मेला का आयोजन किया जाता है इसमें विद्यालय के ही बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के खाद्य व्यंजनों के स्टाल लगाए जाते हैं। योग शिक्षा एवं योग दिवस. विद्यालय में हर शनिवार को बच्चों को योग शिक्षा प्रदान की जाती है। हर वर्ष बच्चों के लिए विद्यालय में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाता है।


बच्चों को दिए जाते हैं फल
विद्यालय में हर शनिवार को मध्यान्ह भोजन के बाद मौसमी फल बच्चों को प्रदान किया जाता है जिससे कि बच्चे शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। सेब, केला, संतरा, अंगूर, अनार, सीताफ ल चीकू, आम, नाशपाती, अमरूद, तरबूज आदि बांटे जाते हैं। हर सप्ताह फलों की व्यवस्था विभिन्न समितियों द्वारा की जाती है।


आकर्षक मुस्कान पुस्तकालय का निर्माण
पुस्तक वाचन के अंतर्गत विद्यालय में मुस्कान पुस्तकालय का निर्माण किया गया है जहां पर पुस्तकों की संख्या पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है पुस्तकों को क्लिप की सहायता से मेरी गो राउंड की तर्ज पर लटकाया गया है। जिसके कारण बच्चे पुस्तकालय की ओर खींचे चले आते हैं और अपनी मनपसंद पुस्तकें निकालकर पढ़ते हैं।


प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी
विद्यालय के शिक्षकों द्वारा बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराई जाती है जिसके परिणाम स्वरुप विद्यालय के बच्चों का हर वर्ष कक्षा छठवीं में नवोदय विद्यालय एवं एकलव्य आवासीय विद्यालय में चयन होता है। पंचायत के सहयोग से हैंडवाश पॉइंट का निर्माण कराया गया है जिसमें की 10 टेप नल लगे हुए हैं।


सांस्कृतिक कार्यक्रम
बच्चों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खेलकूद का हर वर्ष आयोजन किया जाता है जिसमें कि बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम में रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति देते हैं खेलकूद प्रतियोगिता के अंतर्गत बच्चों के बीच कुर्सी दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, कबड्डी, खो-खो जलेबी दौड़, मटका फ ोड़, शतरंज, कैरम आदि की प्रतियोगिता कराई जाती है । बच्चों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए विद्यालय में बाल केबिनेट का गठन चुनाव के माध्यम से कराया गया है। शाला में शासन द्वारा बालक बालिकाओं के लिए अलग अलग शौचालय बनाया गया है । बच्चों के पानी पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है।


विदेशी भी आ चुके हैं स्कूल
कनाडा मूल से आए विदेशी नागरिकों ने डिजिटल स्मार्ट क्लास को देखा बच्चों से बातचीत किए। बच्चे उन्हें अपने बीच पाकर बहुत खुश हुए उन्होंने बच्चों से बातचीत भी किए एवं विद्यालय को देखकर विदेशी सैलानी काफी खुश हुए।
विद्यालय के प्रधान पाठक नोहर चंद्रा ने बताया कि हमें समय.समय पर आदरणीय जिला शिक्षाधिकारी, डाइट के प्राचार्य व उप प्राचार्य, विकासखंड शिक्षाधिकारी व संकुल समन्वयक का मार्गदर्शन व सुझाव मिलता रहता है।

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