पहली सुविधा: मिनी साइंस लैब लाभ: 32 हजार बच्चों को
पहली से लेकर कक्षा 12वीं तक के बच्चों को अब मिनी साइंस लैब की सुविधा मिलने वाली है। विभाग ने इसके लिए एक ही परिसर में संचालित होने वाले 209 स्कूलों को 72 यूनिट में विभाजित किया है। प्रत्येक यूनिट में एक एकीकृत मिनी साइंस लैब की स्थापना की जाएगी। कुल 32732 बच्चों को इसका लाभ मिल सकेगा। इसके लिए आगमी चार वर्षों के लिए कुल १८ करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है।
दूसरी सुविधा: अब स्कूलों में मैगनेटिक ग्रीन बोर्ड लाभ: 26 हजार बच्चों को
जिले के सभी 2178 शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, हाइस्कूल, हायरसेकेंडरी स्कूलों में अब ब्लैक बोर्ड ब्लैक की जगह मैगनेटिक ग्रीन बोर्ड लगाई जाएगी। पूर्व में शिक्षा विभाग ने 89 स्कूलों में मैगनेटिक ग्रीन बोर्ड लगाया गया था। अध्यापन कार्य को और भी रूचिकर व पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए निजी स्कूलों की तर्ज पर अब परम्परागत श्यामपट को बदला जाएगा। इसका लाभ 23 हजार बचें को मिलेगा। इसके लिए विभाग को कुल 17 करोड़ की स्वीकृति मिल गई है। बहुत जल्द विभाग द्वारा बोर्ड की खरीदी शुरू की जाएगी।
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तीसरी सुविधा: इंग्लिश लैंग्वेज लैब व पुस्तकालय लाभ: 35 हजार बच्चों को
शिक्षा विभाग द्वारा अब स्कूलों में इंग्लिश लैंग्वेज लैब एवं स्मार्ट क्लास के रूप में डेवलप किया जाएगा। इसके लिए विभाग को कुल साढ़े 12 करेाड़ की स्वीकृति मिली है। इसी तरह स्कूलों में अब पुस्तकालय की स्थापना होगी। इसके लिए ज्ञानवर्धक पुस्तकों की खरीदी विभाग द्वारा की जाएगी। कुल ३५ हजार बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। इसके लिए स्कूल चिन्हित कर लिए गए हैं।
स्कूलों मेें सुविधा बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। प्रयास है कि निजी स्कूलों से भी अधिक सुविधा अब शासकीय स्कूलों में दी जा सके। फंड की स्वीकृति मिल गई है। जल्द इसपर काम शुरु किया जाएगा।
सतीश पांडे, जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा