आदेश के मुताबिक कार्यपालन अभियंता अरूण शर्मा, आर के चौबे व सहायक अभियंता एन के नाथ का तबादला बिलासपुर और तखतपुर से कोरबा निगम कर दिया गया है। २०१५ नगरीय निकाय चुनाव के बाद कोरबा निगम से पांच कार्यपालन अभियंता और चार सहायक अभियंताओं के तबादले दूसरे जगह कर दिए गए थे, जबकि इसकी तुलना में सिर्फ चार अधिकारी ही कोरबा निगम को मिले थे। जिसमें दो अधिकारियों के ज्वाइनिंग के कुछ माह बाद उनका दूसरी जगह तबादला कर दिया गया था।
कुल मिलाकर कोरबा निगम में अधिकारियों की कमी से वर्तमान अधिकारियों के ऊपर काम का लोड बढ़ गया था। एक-एक अधिकारी पर तीन से चार विभाग का अतिरिक्त भार था। वार्डों में धीमी गति से चल रहे कार्यों की वजह से पार्षदोंं से लेकर आम लोगों में भी नाराजगी रहती थी। कांग्रेस अब तक भाजपा पर जानबूझकर अधिकारियोंं के तबादले का आरोप लगाती थी। अब कांग्रेस की सरकार आने के एक माह के भीतर ही अधिकारियों की वापसी शुरू हो गई है। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने तीन दिन पहले ही इसके संकेत दिए थे।
नए साल के पहले दिन मंदिरों में लगी रही भक्तों की कतार, पिकनिक स्पॉट भी रहा गुलजार जोन कार्यालय में बढ़ेगी सुविधा
महापौर रेणु अग्रवाल ने शहर में जोन की संख्या दो बढ़ाई थी। इसके कई माह तक इसलिए शुरू नहीं किया गया था कि क्योंकि कार्यपालन अभियंता ही नहीं थे। फिर बाद में कार्यालय शुरू किए गए थे, लेकिन अधिकारियों की कमी की वजह से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा था। वर्तमान में एक-एक ईई के पास दो-दो जोन के साथ अन्य विभागों का भार था।