कोल इंडिया द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी सहित कई मांगों को लेकर ठेका मजदूर गुरुवार से काम बंद हड़ताल पर थे। ठेका मजदूरों ने कंपनी पर शोषण का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी एटीएम और पासबुक को बंधक बना लिया है। उनकी कमाई का एक हिस्सा ठेका कंपनी बैंक से निकाल लेती है। १० से १२ हजार रुपए ही भुगतान किया जाता है। ठेका मजदूरों ने सुबह और शाम की शिफ्ट में ३० मिनट की लंच ब्र्रेक मांगी थी। मजदूरों की समस्या पर चर्चा के लिए शुक्रवार को कोरबा एरिया के जीएम जयप्रकाश द्विवेदी की उपस्थिति में एक बैठक हुई थी। इसमें जीएम ने नियमानुसार कार्रवाई का भरोसा दिया था। ठेका मजदूरों ने एटीएम और पासबुक मिले बिना काम पर लौटने से मना कर दिया था।
यह भी पढ़ें
Breaking : आधी रात नींद में थीं छात्रावास की बालिकाएं ऐसा क्या हुआ कि मच गई अफरा तफरी मानिकपुर पुलिस चौकी में भी शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने ठेका कंपनी के अधिकारी को पकड़ लिया था। उसने मजदूरों की एटीएम और लौटाने का आश्वासन पुलिस को दिया। पुलिस की दबाव में आकर ठेका कंपनी ने कार्ड और पासबुक लौटा दिया। इसके बाद हड़ताल खत्म हो गई। शनिवार सुबह पहली पाली से मानिकपुर खदान में मिट्टी उत्खनन चालू हुआ। जबकि कोयले का उत्खनन शुक्रवार की रात नौ बजे चालू हुआ था। मजदूरों के काम पर लौटने से ठेका कंपनी और एसईसीएल प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।