कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़-अंबिकापुर सड़क मार्ग पर इमली गोलाई टकवा कोल्ड स्टोर के पास बड़ी संख्या में मृत मुर्गियां (Dead chickens) खुले में फेंक दी गई थीं। इन्हें आवारा कुत्तों ने इधर-उधर फैला दिया और कुछ मुर्गियों को अपना निवाला बना लिया। सूचना मिलने के बाद शनिवार की सुबह वेटनरी टीम मौके पर पहुंची।
संक्रमण से बचाव व रोकथाम करने गाइडलाइन
– जिले में बर्ड फ्लू की रोकथाम व नियंत्रण जिल रोग प्रभारी को नोडल अधिकारी मोबाइल-९१६५६६६००२ बनाया गया है।
– बर्ड फ्लू नियंत्रण से संबंधित जानकारी नोडल अधिकारी को भेजना होगा।
-हर ब्लॉक से कुक्कुट पक्षी की असामान्य बीमारी व असमान मृत्यु का सर्वेक्षण कर प्रतिवेदन, बीमार पक्षियों का सीरम नमूना जांच के लिए कार्यालय भेजना होगा।
-जिले के कुक्कुट पालकों को सामान्य जानकारी, बायोसिक्यूरिटी मेजर्स का पालन करना होगा।
-कुक्कुट पालकों को अपने प्रक्षेत्र में बाहरी व्यक्ति, वाहन व अन्य सामग्री के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाना होगा।
उप संचालक वेटनरी सर्विसेस ने विभागीय मैदानी अमले, कोरिया व मनेंद्रगढ़ वनमण्डल, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से प्रवासी पक्षी व कुक्कुट की सख्या जानकारी मांगी है।
4 मृत मुर्गियां का लिया गया है सैंपल
एहतियात के तौर पर बल्र्ड फ्लू की आशंका को ध्यान में रखकर नियमों का पालन कर मृत मुर्गियों को दफनाया गया है। वहीं 4 मृत मुर्गियों का सैंपल जांच कराने राजधानी भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वस्तु स्थिति की जानकारी मिलेगी। बर्ड फ्लू का सबसे ज्यादा संक्रमण कौवे में होता है। पक्षियों में भी इस रोग के लक्षण पाए जाते हैं। देश में जिस प्रकार से यह रोग पक्षियों में फैल रहा है। इसे देखकर विभाग चौकन्ना है और हमने एहतिहात के तौर पर जरूरी कदम उठाने प्रारंभ कर दिए हैं।
डॉ. विनीत भारद्वाज, ब्लॉक वेटनरी ऑफिसर, पशु चिकित्सालय मनेंद्रगढ़