ग्राम सैदा निवासी रामनारायण पिता जयपाल सिंह ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपकर बताया कि ७ अक्टूबर को थाना खडग़वां के आरक्षक प्रमोद साहू अपने 3 पुलिस सहकर्मी के साथ दोपहर 1 बजे मेरे घर पहुंचे थे। इस दौरान घर के अंदर घुसकर पत्नी व मां इंद्रावती से गाली-गलौज कर कहने लगे कि तुम लोग महुआ दारु बनाकर बेचते हो।
इस पर मां इंद्रावती ने कहा कि हम दारु बनाकर बेचने का काम नहीं कर रहे हैं। हम अपने उपयोग के लिए बनाए थे। खेती बाड़ी का काम चालू है। इस कारण घर के कामगारों के लिए 2 बोतल रखे हैं।
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मामले में पुलिस वालों ने वर्दी का खौफ दिखाते हुए कहा कि तुमको व तुम्हारे बेटे सहित बहू को झूठा प्रकरण बनाकर जेल भेज देंगे। लिखेंगे कि घर में 10 बोतल दारू मिला है। पुलिस की वर्दी के सामने डरे सहमे परिवार के सदस्यों ने कहा कि साहब यह तो गलत है।
50 हजार रुपए की डिमांड
युवक ने शिकायत में कहा कि इसके बाद पुलिस वालों ने 50 हजार की डिमांड की और कहा कि पैसे दो तो हम कुछ नहीं करेंगे। इस पर रामनारायण ने घर में रखे 40 हजार दे दिया।
उसके बाद भी पुलिस वाले 10 हजार देने के लिए प्रताडित करने लगे। जब रामनारायण ने बाकी के 10 हजार देने में असमर्थता जताई तो 5 बोतल फर्जी दारु का केस बना दिया गया।
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मामले में प्रार्थी रामनारायण ने शुक्रवार को
पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर न्याय दिलाने गुहार लगाई है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने आदिवासियों को 5 लीटर महुआ शराब बनाने की छूट दे रखी है।
मेरे खिलाफ की गई है झूठी शिकायत
मेरे द्वारा ऐसा कुछ नहीं किया गया है। झूूठा आरोप लगाते हुए छवि धूमिल करने के उद्देश्य से शिकायत की गई है।
प्रमोद साहू, आरक्षक थाना खडग़वां