कोरीया

प्रहरी को चकमा देकर जिला अस्पताल से विचाराधीन बंदी हुआ फरार, सीने में दर्द की थी शिकायत

Undertrial prisoner escaped: जिला अस्पताल का जेल वार्ड माना जाता है सुरक्षित, 3 महीने में अभिरक्षा से भागने की हो चुकी हैं 3 घटनाएं, एक वारदात में महिला भी थी शामिल

कोरीयाApr 13, 2024 / 09:19 pm

rampravesh vishwakarma

बैकुंठपुर. Undertrial prisoner escaped: जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती विचाराधीन बंदी 12 अप्रैल की अलसुबह ड्यूटी पर तैनात प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया है। सीने में दर्द की शिकायत पर उसे एक दिन पहले ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मामले की रिपोर्ट पर बैकुंठपुर पुलिस तलाश में जुटी है।

जिला जेल के मुख्य प्रहरी भूपेंद्र सिंह गौर ने पुलिस को बताया कि सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ के आरोपी दुर्गेश महरा को न्यायालय से जारी वारंट के तहत जेल दाखिल कराया गया था। आरोपी का स्वास्थ खराब होने के कारण 11 अप्रैल को शाम करीब 4.30 बजे जिला अस्पताल में इलाज कराने भर्ती कराया गया था।
वह 12 अप्रैल की अलसुबह 3.30 बजे प्रहरी नंदकुमार वर्मा की अभिरक्षा से फरार हो गया है। विचाराधीन बंदी दुर्गेश महरा पिता भीम सेन महरा (24) के फरार होने के मामले में बैकुंठपुर थाना में अपराध पंजीबद्ध कराया गया है।
घटना तिथि को विचाराधीन बंदी प्रहरी नंद कुमार वर्मा प्रहरी की डयूटी 2-6 बजे के दौरान लगभग 3.30 बजे फरार हुआ है। मामले में विचाराधीन बंदी के खिलाफ धारा 224 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

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3 महीने में अभिरक्षा से 3 आरोपी-बंदी हो चुके हैं फरार
जिला अस्पताल व जिला न्यायालय से अब तक 3 आरोपी-बंदी फरार हो चुके हैं। जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती महिला जनवरी में फरार हुई थी, जिसे पटना एरिया से गिरफ्तार किया गया था। जिला न्यायालय में प्रकरण सुनवाई के दौरान एक आरोपी फरार हुआ था, जिसे न्यायालय परिसर के पास से ही पकड़ा गया था।
वहीं जिला अस्पताल से १२ अप्रैल को विचाराधीन बंदी दुर्गेश महरा फरार हुआ है। हालांकि बैकुंठपुर पुलिस फरार विचाराधीन बंदी की तलाश कर रही है। फरार बंदी एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र का निवासी है।

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सुरक्षित वार्ड से बंदी फरार
जिला अस्पताल में जिला जेल के निरूद्ध बंदियों के उपचार के लिए सुरक्षित वार्ड है। वार्ड में बंदी के साथ पुलिस कर्मी ही रहते हैं। बंदियों का वार्ड सुरक्षित है। भीड़ नहीं होने के बावजूद उपचाराधीन बंदी भाग गया।
मामले में सिविल सर्जन डॉ राजेंद्र बंसरिया ने कहा कि सीने में दर्द की शिकायत होने पर जेल प्रशासन ने बंदी को 11 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। वह उपचार के दौरान शुक्रवार को फरार हो गया है। इसकी पुलिस को जानकारी दी गई है।

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