इसके बाद उसने चाकू निकालकर महिला पर हमला कर दिया। हमले में महिला के हाथ में चोटें आई हैं। महिला का कहना है कि उसके बेटे ने बीच-बचाव कर उसे बचाया। मामले में महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरक्षक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
पुलिस लाइन बैकुंठपुर निवासी एरियट मिंज पति निर्मल मिंज 6 जून शाम ८.15 बजे अपनी बेटी को लेने शिवमंदिर की ओर जा रही थी। इस दौरान आरोपी अनिल लकड़ा रास्ते में खड़ा था। पीडि़त महिला ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आरोपी अनिल मुझे देखकर गाली-गलौज करने लगा। उसने कहा कि मेरे घर में नहीं घुसना।
जब मैंने उससे कहा कि तुम्हारे घर नहीं बल्कि अपनी बेटी को लेने जा रही हूं। इसके बाद जब गाली-गलौज करने की बात पूछी तो वह भड़क गया और मुझ पर अपने हाथ में रखे चाकू से वार कर दिया।
इससे मेरे बाएं हाथ से खून बहने लगा। वहीं दूसरी बार वार करने का प्रयास किया, लेकिन मेरे बेटे ने वहां आकर बीच-बचाव किया। पीडि़त महिला की रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ धारा 294, 324 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
पीडि़ता का पति भी पुलिस जवान
जानकारी के अनुसार पीडि़त महिला पुलिस लाइन में अपने तीन बच्चों के साथ रहती हैं और उनके पति निर्मल मिंज का सूरजपुर जिले में तबादला हो गया है। वह सूरजपुर में ड्यूटी करता है तथा बीच-बीच में परिवार को देखने आता है। वारदात के दिन महिला अकेली थी और बच्चे आसपास खेल रहे थे। घटना के बाद हल्ला करने पर आसपास के लोग पहुंचे थे।